कोलकाता. राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से एक सर्कुलर जारी किया गया है कि कक्षा 5-10 तक के छात्रों को मिड डे मील खिलाने के लिए बर्तन भी दिये जायेंगे. अब बच्चे अपने ही थाली, कटोरी व लोटा के साथ मिड डे मील ग्रहण करेंगे. ये बर्तन सरकार की ओर से जरूरतमंद बच्चों को दिये जायेंगे. इसकी एक सूचना सभी स्कूलों में भेज दी गयी है.
कुछ हेडमास्टरों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि राइट टू एजुकेशन एक्ट के तहत बच्चों को मुफ्त में भोजन, किताबें, ड्रेस व स्कॉलरशिप के साथ अब बर्तन भी दिये जा रहे हैं. बड़े छात्रों को साइकिल भी दी गयी है, जिसके कारण स्कूलों की ओर बच्चों का रुझान बढ़ा है. रिक्शा चालक, मजदूर व घरों में बर्तन-झाड़ू पोछा करनेवाली महिलाएं भी अब बच्चों को पढ़ाने के लिए काफी उत्साहित रहती हैं. गरीब लड़कियों को कन्याश्री योजना के तहत पैसा भी मिलने से आर्थिक रूप से कमजोर अभिभावकों में काफी खुशी है. यह तबका अब स्कूल कार्यक्रमों में काफी रुचि लेने लगा है.
अब बच्चों को बर्तन बांटे जायेंगे. इसके लिए स्कूलों से बच्चों की संख्या का विवरण मांगा जा रहा है. खबर यह भी है कि इसके साथ ही स्कूल में बच्चों को बैग भी दिये जायेंगे. छात्रों की संख्या के हिसाब से स्टील के बर्तन वितरित किये जायेंगे. बजबज के एक स्कूल हेडमास्टर ने बताया कि राज्य में शिक्षा का विस्तार व विकास करने के लिए सरकार कई नयी शिक्षा नीति बना रही है अौर उस पर काम भी किया जा रहा है. कई स्कूल शिक्षा विभाग को अपने स्कूल के बच्चों का विवरण व छात्रों की संख्या का डाटा भेज चुके हैं. बच्चे अपने बर्तन मिड डे मील खाने के बाद घर ले जाया करेंगे.