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रैगिंग के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई
कॉलेज से भी निकाले जा सकते हैं दोषी छात्र कोलकाता : किसी भी सामान्य या इंजीनियरिंग कॉलेज में रैगिंग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. रैगिंग के दोषी छात्रों और रैगिंग का समर्थन या प्रश्रय देने में लिप्त छात्रों को बख्शा नहीं जायेगा. उन्हें सेमेस्टर परीक्षा में बैठने से वंचित किया जा सकता है या […]
कॉलेज से भी निकाले जा सकते हैं दोषी छात्र
कोलकाता : किसी भी सामान्य या इंजीनियरिंग कॉलेज में रैगिंग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. रैगिंग के दोषी छात्रों और रैगिंग का समर्थन या प्रश्रय देने में लिप्त छात्रों को बख्शा नहीं जायेगा. उन्हें सेमेस्टर परीक्षा में बैठने से वंचित किया जा सकता है या कॉलेज व होस्टल से बाहर निकाला जा सकता है.
इस तरह का निर्देश एक बार फिर उच्च शिक्षा विभाग ने सभी कॉलेजों को शनिवार को भेजा है. इस निर्देश के बाद कॉलेज व विश्वविद्यालय प्रशासन सचेत हो गये हैं. इस संबंध में जादवपुर विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रो सुरंजन दास ने कहा कि रैगिंग की रोकथाम के लिए पहले भी नियम बनाये गये हैं.
उन नियमों का सख्ती से पालन करना होगा. एक तरह से यह सही कदम है. इससे छात्र अनुशासन में रहेंगे. प्रेसिडेंसी की वाइस चांसलर प्रो अनुराधा लोहिया ने कहा कि शिक्षा विभाग के इस निर्देश से वह खुश हैं. रैगिंग की घटनाओं में वैसे भी कमी आयी है. इससे छात्र आैर जागरूक होंगे.
उच्च शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा है कि राज्य के सभी कॉलेजों में निर्देश भेज दिया गया है, ताकि छात्र सावधान रहें. रैगिंग एक अपराध है आैर इसमें दोषी पाये जाने पर छात्र को क्या सजा भुगतनी पड़ सकती है, इसकी लिखित सूचना कॉलेजों के नोटिस बोर्ड पर हमेशा लगी रहेगी, ताकि छात्र अपनी सीमा में रहें. उन्हें यह डर रहे कि इस अपराध की उन्हें बड़ी सजा मिल सकती है. एंटी रैगिंग कमेटियों को भी सक्रिय होकर काम करने की हिदायत दी गयी है. कॉलेज के होस्टलों में भी वार्डन को सचेत रहने व एंटी रैगिंग स्क्वाड को सक्रिय रूप से काम करने को कहा गया है.
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