जबकि बंगाल के मालदा से आनेवाला आलू सस्ता होता है. लेकिन उसके शीघ्र खराब होने तथा उनमें काला दाग होने की शिकायत खुदरा दुकानदार लगा रहे है. एक खुदरा विक्रेता ने बताया कि 40 किलो के आलू में 10 किलो दागी मालदह से आनेवाले आलू में होता है. कीमत में उछाल का यह भी एक कारण है.
मालूम हो कि दो दिन पहले 13 रुपये प्रति किलो के भाव से आलू की बिक्री हुयी है. बराकर के कुछ थोक आलू विक्रेताओं ने भी अपनी बिक्री पर अंकुश लगाया है. बाजार में कम सप्लाई कर रहे है. कीमत में वृद्धि के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है. दलहन की कीमत में भी वृद्धि हुयी है. चना दाल एवं अरहर दाल सहित अनाज की कीमतों में उछाल होने से किचेन का बजट गड़बड़ा रहा है.