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बंगाल में ‘मनी’ और ‘मौत’ की सरकार
चुनावी दावंपेंच : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ममता सरकार पर जमकर साधा निशाना, बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बेहद तीखा हमला बोला. तीन चुनावी सभाओं में उन्होंने गिन-गिन कर ममता सरकार की असफलताएं बतायीं. उन्होंने टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) का मतलब समझाते हुए कहा कि बंगाल में टी से टेरर […]
चुनावी दावंपेंच : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ममता सरकार पर जमकर साधा निशाना, बोले
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बेहद तीखा हमला बोला. तीन चुनावी सभाओं में उन्होंने गिन-गिन कर ममता सरकार की असफलताएं बतायीं. उन्होंने टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) का मतलब समझाते हुए कहा कि बंगाल में टी से टेरर (आतंक), एम से मौत और सी से करप्शन का राज है.
उन्होंने राज्य के विकास को लेकर ममता पर केंद्र के साथ सहयोग न करने का आरोप लगाया. कहा िक ममता ने राज्यों के मुद्दों पर चर्चा के लिए केंद्र की ओर से बुलायी गयी बैठकों का बहिष्कार किया था. वह (ममता) इन बैठकों में केवल इसलिए हिस्सा नहीं लेती हैं क्योंकि ये मोदी द्वारा बुलायी गयी होती हैं.
जब भी वह दिल्ली जाती हैं, सोनिया गांधी से मिलती हैं और उनका आशीर्वाद लेती हैं. मोदी ने ममता सरकार को ‘मनी’ और ‘मौत’ की सरकार करार दिया. पीएम ने गुरुवार को अलीपुरद्वार के बीरपाड़ा, आसनसोल और सिलीगुड़ी में चुनावी रैली की.
आसनसोल/अलीपुरद्वार/सिलीगुड़ी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि पिछले पांच साल से बंगाल में ‘मनी’ और ‘मौत’ का खेल चल रहा है. आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कभी कुरसी तोड़ने व सड़कों पर संघर्ष करनेवाली ममता बनर्जी भ्रष्टाचार की मुख्य संरक्षक बन गयी हैं. आसनसोल के पोलो ग्राउंड स्टेडियम में गुरुवार को चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि राज्य में वाम मोरचा के वापस लौटने पर हिंसा बढ़ेगी. इस स्थिति में इन दोनों ताकतों को हरा कर विकास की हिमायती भाजपा की सरकार स्थापित करनी होगी.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि टीएमसी ने पांच वर्षों में परिवर्तन के नाम पर जो काम किया है, उससे उसका नामकरण नये रूप में करना होगा. उन्होंने कहा : टीएमसी का मतलब टी से टेरर (आतंक), एम से मर्डर (मौत) और सी से करप्शन (भ्रष्टाचार) यानी आतंक, मौत व भ्रष्टाचार की सरकार. उन्होंने कहा कि पिछले 39 सालों में बंगाल के साथ अन्याय होता रहा है.
राज्य की खुशहाली व गौरव को 34 सालों में वामपंथियों ने बरबाद किया और बाद के पांच सालों में ममता दीदी ने उस कार्य को आगे बढ़ाया. उन्होंने कहा कि इन दोनों ने बंगाल को बरबाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. सारधा जैसी चिटफंड कंपनियों को जाल फैलाने का मौका दिया गया.
गरीबों ने मेहनत की कमाई उसमें जमा की ताकि उनका भविष्य खुशहाल हो सके. लेकिन उनकी सारी राशि हड़प ली गयी. वे लूटे गये और बेघर हो गये. मुख्यमंत्री ने इसमें शामिल नेताओं को कोई सजा नहीं दी, बल्कि उनको संरक्षण देने का काम किया.
बैंकों में रखे गरीबों के पैसे गायब हो गये, जबकि उनकी केंद्र सरकार ने बिना किसी राशि के गरीबों को बैंक खाता जन-धन योजना के तहत उपलब्ध कराया. नारद स्टिंग ऑपरेशन में टेंडर खुलने से पहले कार्य आवंटन को लेकर लाखों रुपये कैमरों के सामने लिये गये. ममता दीदी ने इन लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. इसी भ्रष्टाचार का प्रतीक बन कर सामने आया विवेकानंद फ्लाई ओवर का ध्वस्त होना. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए. मृतकों व घायलों व उनके परिजनों के साथ उनकी पूरी संवेदना है. लेकिन घटनास्थल पर पहुंचने के बाद ममता ने बचाव कार्य करने के बजाय माकपा को दोषी ठहराना शुरू कर दिया कि कार्य उनके कार्यकाल में आवंटित था. उन्होंने कहा कि इसके बाद भी उन्होंने दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.
मोदी ने कहा कि इस समय चुनावी बहस क्या हो रही है? माकपा कहती है कि इतने बलात्कार हुए तो ममता कहती हैं कि तुम्हारे (वाम मोरचा) शासन में इतने बलात्कार हुए. यही बातें अपराध व हिंसा को लेकर होती है.
आरोप-प्रत्यारोप के बजाय बच्चों की पढ़ाई, युवकों की कमाई व बुजुर्गों के लिए दवाई पर चर्चा होनी चाहिए. इस स्थिति में इन दोनों को खारिज कर भाजपा को सरकार बनाने व सेवा करने का मौका मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि उनके तीन मुद्दे है- सबका विकास, तेजी से विकास तथा हर ओर विकास. दूसरी ओर, कांग्रेस व माकपा लूट व शोषण के लिए गंठजोड़ बनाये हुए हैं. उन्होंने कहा कि केरल में कुश्ती तथा बंगाल में दोनों में दोस्ती हो रही है.
वर्ष 2011 में कांग्रेस नेताओं ने वामपंथियों की बुरी तरह से आलोचना की थी, इस समय उसी लेफ्ट का कुरता पकड़कर कांग्रेस आगे बढ़ रही है. कभी लोकसभा में 414 सदस्यों के साथ बैठने वाली कांग्रेस इस समय लोकसभा में 40 सीटों पर सिमट गयी है. उन्होंने कहा कि बंगाल में साइंटिफिक रीगिंग की बात होती थी. लेकिन इस समय बंगाल में साइंटिफिक करप्शन होता है.
अलीपुरद्वार के बीरपाड़ा में सभा
अलीपुरद्वार के बीरपाड़ा में भी तृणमूल कांग्रेस पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री ने ममता सरकार को ‘मनी’ और ‘मौत’ की सरकार करार दिया. मनी का संबंध उन्होंने नारद स्टिंग ऑपरेशन से और मौत का संबंध उन्होंने कोलकाता के विवेकानंद फ्लाइओवर हादसे से जोड़ा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी से पहले पश्चिम बंगाल भारत का सबसे गौरवशाली राज्य था, लेकिन कांग्रेस, वाम और तृणमूल ने मिलकर इसे गड्ढे में धकेल दिया. उन्होंने परिवर्तन का आह्वान करते हुए कहा कि अगर बंगाल का गौरव लौटाना है, तो एक बार पांच साल के लिए भारतीय जनता पार्टी को मौका दें.
प्रधानमंत्री ने शाम को सिलीगुड़ी के पास बागडोगरा से लगे गोसाईपुर में भी एक रैली की. भूटान सीमा से नजदीक के अलीपुरद्वार इलाके में मोदी ने आदिवासियों, राजवंशियों, चाय बागान श्रमिकों और गोरखाओं को खास तौर पर लुभाने की कोशिश की. रैली में बड़ी संख्या में ग्रेटर कूचबिहार के समर्थक पीले झंडे लेकर शामिल थे. इसे ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री ने भी गले में पीला गमछा डाल रखा था.
गोरखाओं की तारीफ की
मोदी ने गोरखाओं की तारीफ करते हुए कहा कि अगर सीमा पर एक गोरखा सैनिक भी खड़ा हो, तो हर भारतीय निश्चिंत रहता है कि भारत मां का दामन कोई दुश्मन छू नहीं पायेगा. लेकिन इस गोरखा समुदाय के लिए किसी ने कुछ नहीं किया. गोरखा समुदाय की 11 जातियां बरसों से अनुसूचित जनजाति (एसटी) के दरजे की मांग कर रही हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
अब केंद्र में उनका ध्यान रखने वाली सरकार है और उसने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है. उन्होंने सभी 11 जातियों का नाम लेते हुए कहा कि इन्हें एसटी में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. उन्होंने कहा कि ममता दीदी को मोदी से इतनी समस्या है कि वह केंद्र के साथ बैठकों में हिस्सा लेने नहीं आतीं. बंगाल को क्या चाहिए, यह आकर नहीं बतातीं.
लेकिन ममता दीदी जब भी दिल्ली आती हैं, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलकर उनका आशीर्वाद लेना नहीं भूलतीं. सोनिया जी के साथ हाथ पकड़कर फोटो खिंचवाती हैं. बंगाल में कांग्रेस ने वाम के साथ मिलकर ममता दीदी के खिलाफ मोरचा खोल रखा है, लेकिन उसी कांग्रेस से ममता दीदी की दिल्ली में दोस्ती है. यह दिखाता है कि वाम, कांग्रेस और ममता तीनों आपस में मिले हुए हैं.
चाय श्रमिकों की बदहाली का मुद्दा उठाया
चाय श्रमिकों की बदहाली की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ममता सरकार हो या पूर्व की वाम सरकार किसी को चाय बागान के श्रमिकों की चिंता नहीं है. ऐसे में केंद्र सरकार ने अपनी मंत्री निर्मला सीतारमण को चाय बागान श्रमिकों का दुख-दर्द और उनकी समस्या जानने के लिए बंगाल भेजा. पहली बार किसी केंद्रीय मंत्री ने चाय बागानों में आकर श्रमिकों के साथ बैठ कर उनकी बात सुनी. इसके बाद केंद्र सरकार ने कई चाय बागानों के अधिग्रहण का निर्णय लिया. लेकिन ममता दीदी की सरकार और चाय बागानों के मालिकों की मिलीभगत से केंद्र सरकार के फैसले पर कोर्ट से स्टे ले लिया गया.
फ्लाइओवर हादसे को लेकर ममता पर हमला
िववेकानंद फ्लाइओवर हादसे को लेकर मोदी ने ममता सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि ममता दीदी ने इस हादसे में संवेदनहीनता दिखायी है. लोग मर रहे थे और वह लाशों पर राजनीति कर रही थीं. ब्लेम गेम (दोषारोपण) खेल रही थीं. कह रही थीं कि इस पुल का ठेका वाम सरकार के समय में दिया गया था. उन्होंने कहा: मैं ममता दीदी से पूछना चाहता हूं कि अगर यह हादसा नहीं होता और पुल तैयार हो जाता, तो क्या वह उद्घाटन समारोह में पुल बनवाने के लिए वाम सरकार का अभिनंदन करतीं? नहीं, तब तो वह श्रेय खुद लेतीं. और जब हादसा हो गया है तो ठीकरा वाम सरकार पर फोड़ रही हैं.
घुसपैठियों को बाहर करेंगे: मोदी
बीरपाड़ा में मोदी ने बहुत बारीक ढंग से हिंदुत्ववादी राजनीति के एजेंडे को भी आगे बढ़ाया. उन्होंने कहा कि हमारे जो भाई बांग्लादेश से इसलिए भारत में आये हैं कि वहां उनके धर्म की वजह से उन्हें निशाना बनाया जाता था, उनके पुनर्वास के लिए हम हर प्रयास करेंगे. इसका बोझ सिर्फ बंगाल पर नहीं पड़ेगा, भारत के हर राज्य में इन्हें जगह दी जायेगी. लेकिन घुसपैठियों को हर हाल में भारत से बाहर किया जायेगा. इस देश के अवसरों पर यहां के नौजवानों का हक है, घुसपैठियों का नहीं.
निर्माणाधीन फ्लाइओवर का गिरना साइंटिफिक करप्शन का प्रतीक
टी से टेरर, एम से मर्डर, सी से करप्शन यानी टीएमसी मतलब आतंक, मौत, भ्रष्टाचार की सरकार बंगाल में दोस्ती -केरल में कुश्ती का खेल लेफ्ट और कांग्रेस का, न करें विश्वास बंगाल का गौरव लौटाना है तो एक बार भाजपा को मौका दें
गोरखाओं की 11 जातियों के एसटी दरजे पर काम शुरू ममता ने मालिकों से मिलकर चाय बागानों का अधिग्रहण रुकवाया पुल हादसे में लोग मर रहे थे, ममता दीदी ब्लेम गेम खेल रही थीं ममता दिल्ली जाती हैं, तो सोनिया से मिलना नहीं भूलतीं धार्मिक उत्पीड़न की वजह से बांग्लादेश से आये भाइयों की मदद करेंगे बांग्लादेशी घुसपैठियों को हर हाल में बाहर करेंगे
मोदी ने गुरुवार को सबसे पहले अलीपुरद्वार जिले के बीरपाड़ा में भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में चुनावी रैली की. इसके बाद वह आसनसोल पहुंचे, जहां पार्टी के नौ उम्मीदवारों के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया. शाम में प्रधानमंत्री ने सिलीगुड़ी में अपनी पार्टी भाजपा के िलए रैली की.
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