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चुनावी दावंपेंच: कांग्रेस-वामो गंठबंधन ने उछाला नारदा व सारधा मामला
स्वतंत्रता के बाद से पश्चिम बंगाल में हमेशा विचारधारा, सरकार की नीतियों, विपक्षी पार्टियों के अधिकारों की बहाली, विकास, औद्योगीकरण, बेरोजगारी और खाद्य सुरक्षा के मुद्दों पर चुनाव लड़े जाते रहे हैं, लेकिन सत्तासीन सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप कभी देखने को नहीं मिले थे. कोलकाता: पश्चिम बंगाल के चुनाव में […]
स्वतंत्रता के बाद से पश्चिम बंगाल में हमेशा विचारधारा, सरकार की नीतियों, विपक्षी पार्टियों के अधिकारों की बहाली, विकास, औद्योगीकरण, बेरोजगारी और खाद्य सुरक्षा के मुद्दों पर चुनाव लड़े जाते रहे हैं, लेकिन सत्तासीन सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप कभी देखने को नहीं मिले थे.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के चुनाव में पहली बार भ्रष्टाचार चुनावी मुद्दा बना है. स्वतंत्रता के बाद पहली बार यहां चुनावी मुद्दों के केंद्र में भ्रष्टाचार है. तृणमूल कांग्रेस शासित बंगाल में ‘लोकतंत्र की बहाली’ के अलावा कांग्रेस-वाम मोरचा गंठबंधन ने सारधा घोटाला और नारद स्टिंग ऑपरेशन के रूप में भ्रष्टाचार को मुख्य चुनावी मुद्दा बनाया है. सारधा घोटाले में लाखों निवेशकों के रुपये डूब गये थे, जबकि नारद स्टिंग ऑपरेशन में तृणमूल कांग्रेस के कुछ नेताओं को घूस लेते दिखाया गया है. पश्चिम बंगाल में छह चरण में होने वाला चुनाव कल शुरु हो रहा है.
माकपा के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा ने कहा : इससे पहले इस तरह की भ्रष्ट सरकार सत्ता में नहीं आयी थी. आपातकाल के दौरान हमने लोकतंत्र की बहाली और लोकतांत्रिक अधिकारों के मुद्दे पर सिद्धार्थ शंकर रे की सरकार के खिलाफ लडाई लड़ी थी, लेकिन सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेताओं द्वारा जिस बड़े पैमाने पर भ्रष्ट आचरण अपनाया जा रहा है, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. सारधा घोटाले में कथित संलिप्तता के कारण सीबीआइ द्वारा गिरफ्तार किये जाने के बाद जेल में बंद राज्य के पूर्व खेल मंत्री मदन मित्रा का हवाला देते हुए श्री मिश्रा ने कहा : सारधा घोटाले से नारद स्टिंग ऑपरेशन तक इस चुनाव में भ्रष्टाचार एक मुख्य मुद्दा है. लोकतंत्र की बहाली, बेरोजगारी भी है, लेकिन भ्रष्टाचार एक बड़ा मुद्दा है, क्योंकि बंगाल के लोग भ्रष्ट सरकार से तंग आ गये हैं. क्या आपने कभी भ्रष्टाचार में संलिप्तता को लेकर बंगाल के किसी मंत्री को गिरफ्तार होते देखा था.
भ्रष्टाचार के आरोपों का जवाब देते हुए तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि सारधा घोटाला तत्कालीन वाम मोरचा सरकार का ‘पाप’ है और नारद स्टिंग चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस को बदनाम करने के लिए एक ‘डॉक्टर्ड स्टिंग है.’ तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था : सारधा जैसे चिटफंड तत्कालीन वाम सरकार का पाप है, यह हमारी तृणमूल कांग्रेस सरकार है, जिसने उन पोंजी कंपनियों को बंद किया और उनके बॉसों को गिरफ्तार किया और स्टिंग ऑपरेशन हमें बदनाम करने के लिए लाया गया मनगढ़ंत वीडियो है. तृणमूल कांग्रेस देश में सबसे ईमानदार राजनीतिक पार्टी है.
हाल ही में ध्वस्त हुए फ्लाइओवर को लेकर भी राज्य के पीडब्ल्यूडी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये गये हैं. इस हादसे में बड़ी संख्या में लोगों की जान गयी है.
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