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पुल हादसा : बचाव कार्य अभी भी जारी, सभी निर्माणाधीन पुल की समीक्षा करेगी सरकार

कोलकाता : कोलकाता के बड़ा बाजार इलाके के गिरीश पार्क में गुरुवार को निर्माणाधीन पुल गिरने के बाद आज पुलिस हैदराबाद स्थित कंपनी के ऑफिस पहुंची है. पुलिस यहां कई लोगों से पूछताछ करेगी और पुल के निर्माण में इस्तेमाल किये जा रहे सामानों के कागजात की भी जांच करेगी. केंद्र भी इस मामले में […]

कोलकाता : कोलकाता के बड़ा बाजार इलाके के गिरीश पार्क में गुरुवार को निर्माणाधीन पुल गिरने के बाद आज पुलिस हैदराबाद स्थित कंपनी के ऑफिस पहुंची है. पुलिस यहां कई लोगों से पूछताछ करेगी और पुल के निर्माण में इस्तेमाल किये जा रहे सामानों के कागजात की भी जांच करेगी. केंद्र भी इस मामले में अब हलचल तेज कर दी है. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ममता बनर्जी से बात कर पूरे हालात का जायजा लिया है. नीतिन गडकरी ने एनएचएआई और सड़क मंत्रालय को सभी निर्माणाधीन पुल की सुरक्षा की समीक्षा करने का निर्देश दिया है.

गौरतलब है किप्रेस कान्फ्रेंस कर सफाई दी है कि हादसा उसकी वजह से नहीं हुआ. उक्त हादसे में अबतक दो दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग गंभीर हैं. मीडिया से कंपनी ने बात करने के लिए अपनीलीगल हेड को भेजा. कंपनी की लीगल हेड ने कहा कि हादसे का हमें दुख है, लेकिन यह हादसा हमारे कारण नहीं हुआ है व इसके और भी कई कारण हो सकते हैं. इसके लिए अकेले हमें दोषी नहीं ठहराया जा सकता है. कोलकाता पुलिस ने आज इस मामले में आइवीआरसीएल कंपनी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है.

उधर, कोलकाता पुलिस ने आज हादसा मामले में कंपनी के पांच अफसरों को हिरासत में भी लिया है और एक टीम इसके मुख्यालय हैदराबाद पहुंची है और वहां कंपनी के बड़े अफसरों से पूछताछ की जायेगी. वहीं, कोलकाता हाइकोर्ट में कंपनी के खिलाफ एक पीआइएल भी दायर की गयी है.

कंपनीकी लीगलहेड ने कहा कि हमें इस मामले में एफआइआर दर्ज करने की जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि हमें इसके बारे में कोई जानकारी भी अबतक नहीं प्राप्त हुई है. उन्होंने कहा कि हमें यह नहीं पता कि किसके खिलाफ एफआइआर हुआ है.कंपनी की लीगल हेड ने कहा कि हमें हादसे का दुख है और यह सिर्फ हादसा है. उन्होंने जांच में सपोर्ट करने की बात कही.उन्होंने कहा कि पुल का ध्वस्त होना दुर्भाग्यपूर्ण है और हताहत हुए लोगों के प्रति हमें दुख है. कंपनी के अनुसार, उक्त पुल के 60वें पिलर निर्माण में उन्हीं सामग्रियों व स्लैब का प्रयोग हुआ, जिनका उपयोग शेष 59 स्लैब के निर्माण में हुआ था. उन्होंने कहा कि यह पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता कि यही व्यक्ति हादसे के लिए जिम्मेवार है, ऐसे में किसी को कैसे जिम्मेवार ठहराया जा सकता है.

उधर, कलकत्ता हाइकोर्ट में आज पुल ध्वस्त होने के मामले में एक पीआइएल दर्ज कराया गया है. इस पीआइएल में मांग की गयी है कि एक जांच समिति बना कर मामले की जांच करायी जाये कि इस पुल के निर्माण में किस दर्जे की साम्रगी का प्रयोग हुआ था.

लीगल हेड ने कंपनी के अधिकारी के कल के उक्त बयान पर सफाई दी कि यह हादसा भगवान की मर्जी से हुआ है. लीगल हेड ने कहा कि यह सिर्फ भाव के अभिव्यक्ति का एक तरीका भर था कि ऐसे हादसों पर किसी का नियंत्रण नहीं होता है. उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी की लीगल टीम इस मामले की जांच में पूरा सपोर्ट करेगी और उन्होंने इस बात को खारिज किया कि कंपनी के किसी अफसर से मामले में अबतक पूछताछ हुई है.

तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओब्रेन ने कहा है कि इस मामले में तीन एफआइआर दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि कोलकाता पुलिस हैदराबाद पहुंच गयी है. उन्होंने आश्वस्त किया कि इस मामले में किसी को बख्शा नहीं जायेगा.

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