विधायक स्मिता बक्शी ने व्यापारियों के साथ मीटिंग में कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य के लाखों स्वर्णशिल्पियों के रोजगार से जुड़ी इस ज्वलंत समस्या पर सांसदों को निर्देश दे रही हैं. लोकसभा एवं राज्यसभा में प्रधानमंत्री एवं वित्त मंत्री का ध्यान आकर्षित किया जायेगा. श्रीगोपाल कड़ेल, बिमलचंद जैन, दिलीप सराफ, रवि कड़ेल, हरिप्रकाश सोनी, अरुण कुमार वर्मा, दिनेश देवाल, महेश सणखत, पवन कुल्थिया, राजू बोरड़, सतीश सारडा, दीपक दूगड़, चंद्र कुमार मणोत, अजित शिंदे, राजकुमार कूकरा, विकास रोडा, पिंटू बरड़िया एवं व्यापारियों ने सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रति आभार व्यक्त किया.
बिमलचंद जैन एवं राजकुमार देवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को केंद्र सरकार से ज्वेलरी व्यापारियों एवं स्वर्णशिल्पियों की समस्या पर वार्ता करनी चाहिए. गत 2 मार्च 2016 से जारी हड़ताल से अब तक 15000 (पंद्रह हजार) करोड़ रुपये से अधिक के कारोबार का नुकसान होने का अनुमान है. भारत में 1 करोड़ से अधिक स्वर्णशिल्पियों के रोजगार पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. स्वर्णशिल्प राष्ट्रीय धरोहर एवं करोड़ों परिवार की आजीविका का साधन तथा परंपरागत निवेश है.
हड़ताल तब तक जारी रहेगी, जब तक केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी लगाने के निर्णय को वापस नहीं लेती. पंकज पारेख, गणेश भामा, दीपक कूकरा, राहुल देवाल, दौलतसिंह लोढ़ा, पवन सरावगी, पंकज सराफ, मनोज चांदगोठिया, अभिषेक कड़ेल, कृष्णा वर्मा, अतुल डांवर, पंकज वर्मा, महेश तोसावड़, रविदत्त शर्मा, मनोज भामा, रामचंद्र रोडा एवं व्यापारी तथा स्वर्णशिल्पी कैंडल मार्च में शामिल हुए. शनिवार को दोपहर में स्वर्ण व्यवसायी गिरीश पार्क में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर विरोध-प्रदर्शन करेंगे.