उन्होंने श्रमिक संगठनों से अपील की कि तृणमूल कांग्रेस के नकारात्मक व उदासीन रवैये के खिलाफ तृणमूल विरोधी सभी श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधि इस जुलूस में शामिल हों. उन्होंने कहा कि उन्होंने दो बार परिवहन सचिव को पत्र लिख कर टैक्सी चालकों की समस्याओं को लेकर बातचीत करने के लिए पत्र दिया था. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी हस्तक्षेप की मांग करते हुए पत्र दिया था, लेकिन मुख्यमंत्री जब विरोधी दल के नेता डॉ सूर्यकांत मिश्रा के साथ बैठक नहीं करती हैं, उनके पत्रों का जवाब नहीं देती है, तो उनके पत्र का क्या जवाब देंगी. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार पूरी तरह से श्रमिक विरोधी है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के आश्वासन के बावजूद आंदोलन में भाग लेने को लेकर टैक्सी यूनियन के नेताओं व श्रमिकों के खिलाफ मामला दायर किया गया.
अदालत में चार्जशीट दी गयी. सरकार ने पीली टैक्सी चालकों के लिए ऐप लगाने की बात कही थी, लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गयी है. किराया व वेटिंग शुल्क नहीं बढ़ाया गया है. अब उन लोगों के पास आंदोलन व हड़ताल के सिवा कोई विकल्प नहीं बचा है. इस अवसर पर एकराम खान, मोहम्मद मुश्ताक, अवनीश शर्मा, भुवनेश्वर वर्मा, मुकेश तिवारी व अरूप मंडल उपस्थित थे.