दूसरे व अंतिम चरण में सात मार्च को केंद्रीय बलों की 100 कंपनी पश्चिम बंगाल में प्रवेश करेगी. केंद्रीय बलों ने पहुंचते ही महानगर समेत राज्य के विभिन्न इलाकों में रूटमार्च करना भी आरंभ कर दिया. राज्य सचिवालय नवान्न से मिली सूचना के अनुसार फिलहाल राज्य के अलीपुरद्वार में सीआरपीएफ की एक, बांकुड़ा में दो, वीरभूम में दो, झाड़ग्राम में 15, पश्चिम मेदिनीपुर में 12 एवं पुरुलिया में तीन कंपनी पहले से ही तैनात है.
सोमवार को सीआरपीएफ की अतिरिक्त 18, बीएसएफ की 15, आइटीबीपी की 10 एवं एसएसबी की 15 कंपनियां राज्य में पहुंचीं. इस तरह कुल केंद्रीय बलों की कुल 100 कंपनियों ने राज्य में मोर्चा संभाल लिया है. राज्य में केंद्रीय बलों के पहुंचने के साथ ही विधानसभा चुनाव की घोषणा की उल्टी गिनती भी शुरू हो गयी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग मार्च के पहले सप्ताह में चुनावों की तारीखों की घोषणा कर सकता है. चुनाव पांच से छह चरणों में होने की संभावना है. उल्लेखनीय है कि चुनाव की घोषणा के पहले राज्य में केंद्रीय बल तैनाती का तृणमूल कांग्रेस ने विरोध किया था, जबकि विरोधी दल सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग करते रहे हैं.