पुलिस सूत्रों ने बताया कि हिंसा की शिकार महिला का नाम रूपाली बसाक उर्फ सोनाली (40) है. उसका घर मालदा शहर के तीन नंबर वार्ड के कृष्णकालीतला इलाके में है. अपने घर से महज 100 मीटर की दूरी पर वह मालंचपल्ली इलाके में बीएसएनएल से सेवानिवृत्त एक कर्मचारी प्रदीप बसाक के घर में काम करती है. पुलिस ने बताया कि प्रदीप बसाक की पत्नी की पांच साल पहले मृत्यु हो गयी थी. उनके घर में एकमात्र बेटा सुदीप्त बसाक (24) है.
प्रदीप और उनका बेटा बीते तीन सालों से मानसिक असंतुलन का शिकार हैं. इसी वजह से प्रदीप बसाक के रिश्तेदार घर में काम करने वाली महिला पर संदेह कर रहे थे. रविवार की सुबह प्रदीप बाबू और उनके बेटे को रिश्तेदार लोग एक एम्बेसेडर गाड़ी से इलाज के लिए बहरमपुर ले जा रहे थे. तभी गाड़ी को रोककर घरेलू परिचारिका रूपाली ने उनके जाने में बाधा डाली. इसे लेकर प्रदीप बसाक के भाई की पत्नी बुल्टी देवी के साथ उसकी बक-झक हो गयी. इसी के बाद आसपास के लोग जमा हो गये और उन्होंने रूपाली बसाक के साथ मारपीट शुरू कर दी. उसे मालंचपल्ली इलाके के बीटी कॉलेज हॉस्टल के मैदान में बिजली के खंभे से बांध दिया गया. तभी कुछ लोगों ने उसके सिर के बाल भी काट दिये, उसके चेहरे पर कालिख लगा दी और गले में जूते की माला डाल दी.
इधर, प्रदीप बसाक के छोटे भाई की पत्नी बुल्टी बसाक ने बताया कि हमारे पड़ोस में ही हमारे जेठ बेटे के साथ रहते हैं. रूपाली बसाक उनके घर में बीते आठ सालों से काम कर रही है. जब से इस महिला ने उनके घर में काम शुरू किया, तभी से दादा और उनके बेटे ने हमलोगों के साथ बातचीत बंद कर दी थी. इसी बीच रूपाली की वजह से ही हमारी बड़ी भाभी बीमार रहने लगी और पांच साल पहले उनकी मृत्यु हो गयी.
रविवार को हमलोग जब दादा और उनके बेटे को इलाज के लिए ले जा रहे थे, तब भी रूपाली ने उसमें बाधा डाली. इसके बाद उससे झगड़ा शुरू हो गया. इसी दौरान पकड़ा-पकड़ी में उसके आंचल से ताबीज, कवच और तंत्र-मंत्र से जुड़ी कई चीजें मिलीं. इसे देख कर हमलोगों को संदेह हुआ. हमारा मानना है कि जादू-टोना करके ही उसने हमारे जेठ और भतीजे को भी बीमार कर दिया. आस-पास के लोगों को जब इस बात की खबर मिली, तो उन्होंने रूपाली को पकड़कर उसके साथ मारपीट की
इधर, तीन नंबर वार्ड के माकपा पार्षद परितोष चौधरी इस खबर से स्तब्ध हैं. उन्होंने कहा कि घटना के समय मैं यहां नही था. जब मैं घर लौटा, तो मुझे इसकी जानकारी मिली. उन्होंने कहा कि आस-पास के लोगों ने मन में संदेह होने की वजह से ऐसा किया. पुलिस पूरे मामले को देख रही है.इंगलिश बाजार महिला थाने की आइसी आशालता तालुकदार ने बताया कि पुलिस घटना की खबर पाकर मौके पर गयी थी. मार-पिटाई की वजह से महिला अपना नाम और परिचय ठीक से नहीं बता पा रही है. इस घटना में अभी तक किसी ने शिकायत नहीं दर्ज करायी है. तब भी पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.