अपराधी मंदिर से बेशकीमती मूर्ति लेकर फरार गये. श्री बोथरा ने आशंका जतायी है कि मूर्ति के एंटीक वैल्यू की वजह से इसे लूटा गया गया है. सोसाइटी के अध्यक्ष कमल सिंह रामपुरिया मंदिर में पहुंच गये हैं. मूर्ति की बरामदगी के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है. देश भर का जैन समाज इस घटना से स्तब्ध है.
वारदात के बाद मंदिर में मौजूद रात्रि प्रहरी जेठू सोरेन, देना हेंब्रम और विमल मुर्मू ने तकरीबन चार बजे लूट की सूचना जैन श्वेतांबर सोसायटी लछुआड़ के प्रबंधक महेश्वर मिश्रा को दिया. मंदिर समिति की ओर से इसकी जानकारी पुिलस को दी गयी. इसके बाद सिकंदरा थानाध्यक्ष विवेक भारती, खैरा के प्रभारी थानाध्यक्ष प्रजेश दूबे व चंद्रदीप थानाध्यक्ष संजय विश्वास घटनास्थल पर पहुंचे. इसके बाद उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी. सूचना पाते ही एसपी व डीएसपी ने भी मौके पर पहुंच कर हालात का जायजा िलया. पुलिस ने फेंकी हुई दो प्रतिमाओं को बरामद कर लिया है. यह दोनों मूिर्तयां जन्मस्थल में भगवान महावीर की मुख्य प्रतिमा के साथ रखी होती हैं.
जैन श्वेतांबर सोसाइटी लछुआड़ द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, भगवान महावीर स्वामी के जीवनकाल में ही प्रतिमा का निर्माण 2600 वर्ष पूर्व उनके भाई नंदीवर्द्धन द्वारा करवाया गया था. वहीं, कसौटी पत्थर से निर्मित भगवान महावीर स्वामी के ध्यान मुद्रा की तकरीबन चार फीट ऊंची प्रतिमा की कीमत करोड़ों में बतायी जा रही है. वारदात के बाद पुलिस मूर्ति को बरामद करने के प्रयास में जुटी हुई है. एसपी जयंतकांत ने कहा अपराधियों की धरपकड़ को लेकर गििरडीह, नवादा व जमुई जिले की सीमा को सील कर सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. जन्मस्थान आनेवाले जैन तीर्थयात्रियों को पूरी सुरक्षा मुहैया कराने आश्वासन देते हुए उन्होंने कहा कि आस्था के साथ खिलवाड़ करनेवाले को बख्शा नहीं जायेगा. जल्द ही मूर्ति को बरामद कर अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जायेगी.