कोलकाता. सारधा मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआइ के अधिकारी सोमवार दोपहर को फिर से अलीपुर सेंट्रल जेल में सारधा प्रमुख सुदीप्त सेन से पूछताछ करने उनके सेल में पहुंचे. सीबीआइ अधिकारियों का कहना है कि इन दिनों सारधा मामले की जांच में कई नयी जानकारियां हाथ लगी हैं, जिस बारे में पूछताछ जरूरी हो गयी है.
सूत्र बताते है कि हाल के दिनों में जांच में पता चला है कि त्रिनेत्र कंसल्टेंसी नामक एक कंपनी से लाखों रुपये एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में होते हुए तृणमूल कांग्रेस के फंड में चला गया. इसमें सारधा का रुपया तो शामिल नहीं था, जो किसी अकाउंट से त्रिनेत्र के अकाउंट में आया हो. इस बारे में सुदीप्त सेन से पूछताछ की गयी. इसके अलावा सारधा की अब तक और कितनी संपत्ति है, जो रुपये देने के बावजूद सुदीप्त के नाम नहीं की गयी. उनके लिए सुदीप्त सेन ने कितने रुपये और किन-किन लोगों को दिये.
इन सवालों के जवाब सुदीप्त सेन से सोमवार को सीबीआइ अधिकारियो ने मांगे. बताया जा रहा है कि सुदीप्त सेन ने इस तरह की कई संपत्ति होने का खुलासा किया है, जिसके लिए उसने रुपये दे दिये, लेकिन वह संपत्ति उनके नाम नहीं हुई. इन सब जानकारी के बाद अब सीबीआइ उन लोगों से पूछताछ करने की तैयारी कर रही है. सीबीआइ सूत्रों का कहना है कि इसके पहले सीबीआइ दफ्तर में तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अहमद हसन इमरान से पूछताछ की गयी थी. उसमें उन्होने बताया था कि सुदीप्त के गिरफ्तार होने के बावजूद उनके रुपये से ही कलम अखबार अब भी चल रहा है. लिहाजा इस बारे में भी सुदीप्त सेन से पूछताछ की गयी कि इस तरह से वे और कहां-कहां रुपये जमा कर रखे हैं. अधिकारी बताते हैं कि सुदीप्त सेन ने पूछताछ में उनके अधिकतर सवालों के जवाब दिये हैं. जरूरत पड़ने पर उनसे फिर से पूछताछ की जा सकती है.