कोलकाता: माकपा राज्य में तृणमूल कांग्रेस व केंद्र में भाजपा से मुकाबला के लिए अन्य वामपंथी दलों के साथ मिल कर आंदोलन करने पर विचार कर रही है. सोमवार को माकपा राज्य कमेटी की बैठक में अन्य वामपंथी दलों के साथ मिल कर आंदोलन करने तथा माकपा के वरिष्ठ नेता गौतम देव के कांग्रेस के साथ समझौते के बयान पर चर्चा हुई. सोमवार को माकपा राज्य कार्यालय अलीमुद्दीन स्ट्रीट में माकपा राज्य कमेटी की दो दिवसीय बैठक शुरू हुई. बैठक की अध्यक्षता माकपा के पूर्व सचिव विमान बसु ने की. बैठक में माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी उपस्थित थे.
इस दौरान माकपा राज्य सचिव डॉ. सूर्यकांत मिश्र ने कहा कि राज्य के लोगों में राज्य सरकार के खिलाफ असंतोष है. आंदोलन को और तेज करने और संगठित होने की जरूरत है. इस बीच अन्य वामपंथी दलों को आंदोलन में शामिल किया जाये या नहीं. इस पर विचार विमर्श चल रहा है. प्रेस बयान में कहा गया है कि बूथ स्तर पर राजनीतिक प्रचार, सांगठनिक कार्य, जनसंयोग, मतदाता सूची को सटीक रखने का काम, बूथ इलाके में आम लोगों की समस्या को लेकर स्थानीय स्तर पर आंदोलन करने के लिए स्थायी बूथ टीम का गठन करने का निर्णय पूर्व राज्य कमेटी की बैठक में किया गया था. इस बीच, 77 हजार बूथ पर जुलाई माह तक बूथ कमेटी गठन करने का काम पूरा हो जायेगा. पार्टी के सक्रिय सदस्य के अतिरिक्त अन्य सदस्यों को पार्टी से जोड़ा जायेगा.
सितंबर तक बूथ संग्राम कमेटी का गठन किया जायेगा. आठ जुलाई को पूर्व मुख्यमंत्री ज्योति बसु की जन्म शताब्दी समापन समारोह का आयोजन किया जायेगा. प्रेस बयान में कहा गया है कि पार्टी और वाम मोरचा की सात सूत्री मांगों के समर्थन में जुलाई माह तक आंदोलन चलेगा. झूठे मामले में माकपा समर्थकों को फंसाये जाने के खिलाफ जून महीने के अंत तथा जुलाई माह के आरंभ में हर जिले में विरोध प्रदर्शन होंगे. जुलाई व अगस्त माह में राज्यव्यापी आंदोलन होंगे. 31 अगस्त को खाद्य आंदोलन के दिन शहीद दिवस का पालन किया जायेगा. केंद्रीय ट्रेड यूनियन के आह्वान पर दो सितंबर को देशव्यापी हड़ताल की जायेगी.