इसके बाद से वे लगातार खुद को बेगुनाह बता रहे थे और इसी तर्ज पर उन्होंने अदालत से जमानत का आवेदन किया था. अदालत ने उनके आवेदन को स्वीकार कर लिया और गुरुवार को उन्हें जमानत दे दी. उनके जेल से जमानत पर रिहा होने की खबर मिलते ही जेल के बाहर उनके स्वागत के लिए कांग्रेस समर्थक बेचैन थे. राकेश सिंह ने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी रिहाई सच्चई की जीत है.
प्रशासन द्वारा उन्हें फंसाने की काफी गहरी साजिश रची गयी थी, लेकिन उनकी सच्चई और बेगुनाही सभी साजिश पर भारी पड़ी. सच के साथ रहने के कारण आज वे रिहा होकर अपने समर्थकों के बीच है. उन्होंने कहा कि अपने इलाके के गरीब युवक व समर्थकों के पास रहना वे अपना फर्ज मानते हैं. उन्होंने आशा व्यक्त की कि उनके इस फर्ज के खिलाफ प्रशासन की ऐसी साजिश आगे भी नाकाम होती रहेगी.