झाड़ग्राम के विवेकानंद महाविद्यालय से सीधे मानवी देवी यहां पहुंचीं. उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में अपने स्वागत पर खुशी का इजहार करते हुए राज्य सरकार के प्रति भी आभार व्यक्त किया. उन्होंने एक वरिष्ठ शिक्षक के बयान का हवाला देते हुए कहा कि शिक्षक को कॉलेज में रोजाना पांच घंटे रहना पड़ेगा. शिक्षक ने कहा था कि एक घोड़े को जबरन खींच कर तालाब के किनारे तो ला सकते हैं, लेकिन जबरन पानी नहीं पिला सकते. उन्होंने कहा कि मैं तीन बातों पर विशेष नजर रखूंगी.
1. छात्रओं की सुरक्षा, 2. छात्रओं से आमने-सामने उनकी समस्याएं सुनना, 3. शिक्षक-शिक्षिकाओं से मिलकर कॉलेज के विकास में अग्रसर रहना. उन्होंने कहा कि मैं अपने घर के पास के कॉलेज में भी पद ले सकती थी, लेकिन नदिया और कृष्णानगर कॉलेज का महत्व कुछ और ही है. कृष्णानगर वीमेंस कॉलेज में उन्हें मिठाई खिलायी गयी.