कोलकाता: कांग्रेस ने केंद्र और पश्चिम बंगाल सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, क्योंकि दोनों ही तानाशाह हैं और दोनों के बीच गुपचुप समझौता है.
कांग्रेस ने एनडीए सरकार की उपलब्धियों का बखान करने के अभियान का नेतृत्व कर रहे केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली पर भी निशाना साधा है.
रविवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि मोदी और ममता एक दूसरे के सबसे अधिक भरोसेमंद मित्र हैं और दोनों में एक ही तरह की विशेषताएं हैं. उन्होंने केंद्र सरकार के एक साल के कामकाज पर रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए कहा कि मोदी और ममता एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और दोनों ही तानाशाह हैं. श्री रमेश ने कहा कि जब मोदी सत्ता में आये थे, तब उन्होंने अधिकतम शासन और न्यूनतम सरकार की बात कही थी. लेकिन एक साल बाद हम पाते हैं कि यह अधिकतम अहंकार और एक व्यक्ति की सरकार है. उन्होंने दावा किया कि बंगाल में भी इसी का प्रतिबिंब दिखता है.
यही वजह है कि वे दोनों साथ हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सारधा चिटफंड घोटाले की सीबीआइ जांच कर रही थी. लेकिन पिछले दो-तीन महीनों में इस जांच में कुछ नहीं हुआ. सरकार में मोदी के एक साल पूरा करने पर पांच अध्याय का रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी का तात्पर्य लोकतांत्रिक भारत की हत्या है. प्रधानमंत्री ने संसद को पूरी तरह अवहेलना की है. उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार ने पिछले एक वर्ष में नागरिक समाज और गैर सरकारी संगठनों के विरुद्ध कार्रवाई की और उसने सालभर के अंदर एक भी सर्वदलीय बैठक नहीं बुलायी.
श्री रमेश ने कहा कि उन्होंने आरटीआइ के लिए कोई मुख्य सूचना आयुक्त नियुक्त नहीं किया और इस तरह व्यवस्थित सूचना का अधिकार कानून का गला घोंट रही है. पिछले सात महीने से कोई मुख्य सतर्कता अधिकारी नहीं है. मोदी और ममता के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को निशाने पर लेते हुए श्री रमेश ने कहा कि वह भारतीय राजनीति में सबसे प्रभावी स्पिनर हैं. भारतीय क्रिकेट ने जितने श्रेष्ठ स्पिनर दिये हैं, जेटली उन सभी की संयुक्त ताकत से भी बड़े हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब जेटली कहते हैं कि तृणमूल कांग्रेस और भाजपा में कोई समझौता नहीं है, तो मुङो पूरा विश्वास है कि उसका उलटा सच है. उन्होंने इलजाम लगाया कि विकास का दावा करनेवाली मोदी सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य व ग्रामीण सड़क निर्माण के बजट में भारी कटौती की है, जिससे गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम व ग्रामीण लोगों के कल्याण की योजनाएं सबसे बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.
नये चेहरों को सामने लायेगी कांग्रेस
नगरपालिका व कोलकाता नगर निगम चुनाव में खराब प्रदर्शन करने वाली कांग्रेस राज्य में पार्टी को मजबूत बनाने व संगठन में जान फूंकने के लिए नये चेहरों को सामने लाने जा रही है. राज्य के दौरे पर पूर्व केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि मेरा मानना है कि हम इतने नीचे चले गये हैं कि एकमात्र रास्ता ऊपर जाने का है. उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के साल 2011 के विधानसभा चुनाव से पहले किये गये वादों पर खरा उतरने में विफल रहने और भाजपा और माकपा नीत वाम मोरचा के बहुत कुछ करने में विफल रहने के मद्देनजर यह कांग्रेस के लिए अवसर है कि वह वापसी करे, जिसे वह अपने दम पर करना चाहती है. प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय विधान भवन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री रमेश ने कहा कि हमें अवश्य नये चेहरे ढूंढ़ने चाहिए.
यह सतत प्रक्रिया है, जहां नये चेहरे मौजूदा नेतृत्व के साथ शामिल होने के लिए आते हैं. उन्होंने कहा कि भले ही हमारे पास बहुत अधिक वोट या सीटें न हों, लेकिन हमारी उपस्थिति समूचे बंगाल में है. हमें उसका उचित इस्तेमाल करना है और राज्य की जनता के समक्ष तृणमूल कांग्रेस के विकल्प के तौर पर खुद को पेश करना है. श्री रमेश ने कहा कि पार्टी अकेले आगे बढ़ेगी और किसी अन्य संगठन के साथ समझौता करने की कोई योजना नहीं है. तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह तृणमूल है जो कांग्रेस से अलग होकर बनी है.