चालकों की समस्याओं के समाधान के लिए राज्य सरकार को आगामी नौ जून तक का वक्त दिया गया है. यदि किसी प्रकार की पहल नहीं की गयी तो 11 जून को 24 घंटे टैक्सी हड़ताल और परिवहन भवन अभियान के लिए संगठन बाध्य होगा. यह बात एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के महासचिव और वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स कोर्डिनेशन कमेटी के संयोजक नवल किशोर श्रीवास्तव ने कही. वे शनिवार को टैक्सी चालकों की समस्याओं को लेकर संवाददाताओं से मुखातिब हुए थे.
इस मौके पर संगठन के आला नेता एकराम खान, प्रदीप पाठक, अरूप मंडल, अवनीश शर्मा, मुकेश तिवारी, मुनेश्वर वर्मा, दिलीप महतो समेत अन्य नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे. नवल किशोर श्रीवास्तव ने कहा कि चालकों पर पुलिस का जुल्म और मामले देकर दबाव बनाने का सिलसिला जारी है. पर्याप्त टैक्सी स्टैंड नहीं हैं. आरोप के मुताबिक यात्रियों को उतारने और चढ़ाने के दौरान नो पार्किग का मामला दिया जा रहा है. चालकों के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं है. लगातार महंगाई बढ़ रही है ऐसे में टैक्सी के किराये में बढ़ोतरी नहीं की जा रही है. वेटिंग चार्ज में भी कोई बढ़ोतरी नहीं किया जा रहा है फलस्वरूप चालकों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
उन्होंने मांग की है कि पेट्रोल की कीमत बढ़ने और घटने के अनुरूप टैक्सी किराये का मापदंड तय किया जाये. हावड़ा में चालकों पर पुलिस जुल्म की कोई सीमा नहीं है. यही वजह है कि ज्यादातर टैक्सी चालक हावड़ा जाने से भी कतराते हैं. आरोप के मुताबिक हावड़ा स्टेशन के निकट अवैध वाहनों की पार्किग हैं और उन वाहनों के सफर उपरांत यात्रियों के मनमाने ढंग से किराये वसूले जाते हैं. ऐसे में टैक्सी चालकों की रोजी पर संकट बढ़ रहा है. टैक्सी संगठनों की ओर से सोमवार को परिवहन सचिव ज्ञापन सौंपा जायेगा.