कोलकाता : रक्षा निर्माण के क्षेत्र में भी अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी परियोजना मेक इन इंडिया की धूम दिखायी देगी. गार्डेनरीच शिप बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसइ) द्वारा लगभग पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से तैयार एंटी सबमरिन लड़ाकू पोत कवरत्ती के जलावतरण समारोह को संबोधित करते हुए
नौसेना प्रधान एडमिरल आरके धवन ने कहा कि भारतीय नौसेना को मजबूत बनाने के लिए पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से 48 लड़ाकू युद्धपोत बनाये जायेंगे. प्रधानमंत्री ने नौसेना को और अधिक शक्तिशाली बनाने के लिए स्वदेशी तकनीक का इस्तेमाल करने पर जोर दिया है.
एडमिरल धवन ने कहा कि एक समय नौसेना दूसरों पर निर्भर थी, अपनी जरूरतों को हम लोग दूसरों से पूरा करते थे, पर अब हम अपनी जरूरतों के मुताबिक हम खुद को तैयार करने लगे हैं.
इस दौरान रक्षा राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि भारतीय नौसेना को दुनिया की बेहतरीन नौसेना बनाना हमारा लक्ष्य है.
हमारी कोशिश है कि भारतीय नौसेना केवल भारतीय जल सीमा की ही सुरक्षा करने तक सीमित न रहे, बल्कि जरूरत पड़ने पर दूसरों को भी सुरक्षा प्रदान करे. जीआरएसइ द्वारा तैयार एंटी सबमरिन युद्ध पोत कवरत्ती का जलावरतरण रक्षा राज्य मंत्री की पत्नी मनीता सिंह के हाथों हुआ.
इस दौरान पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल सतीश सोनी, कंट्रोलर ऑफ वारशिप प्रोडक्शन एंड रेक्विजिशन वाइस एडमिरल एवी सुबेदार एवं जीआरएसइ के सीएमडी रियर एडमिरल एके वर्मा आदि भी उपस्थित थे.