कोलकाता : उत्तर 24 परगना जिले के हाबरा के श्रीनगर इलाके में बुधवार देर रात अपराधियों ने डीवाइएफआइ कार्यकर्ता की हत्या कर दी. मृतक का नाम गोपाल विश्वास (28) बताया गया है.
पुलिस ने बताया कि पत्नी की अस्वाभाविक मौत के बाद उसे एक गैरसरकारी बैंक में पत्नी की जगह पर नौकरी मिली थी. वह हाबरा श्रीचैतन्य कॉलेज के पूर्व एसएफआइ नेता और डीवाइएफआई की हाबरा जोनल कमेटी का सदस्य था.
फोन कर बुलाया था
बताया जाता है कि श्रीनगर के स्थानीय श्मशान इलाके में बुधवार रात काली पूजा हुई थी. गोपाल के परिचितों ने उसे फोन कर बुलाया. वह कुछ देर में घर वापस लौटने की बात कह कर वह घर से निकला था. रात 2.30 बजे उसके दामाद समीर बनिक को फोन कर बताया गया कि गोपाल को पीटा गया है.
श्मशान में वह खून से लथपथ पड़ा हुआ है. सूचना पाकर वह अपनी पत्नी टूंपा बनिक और मां सबिता विश्वास के साथ श्मशान पहुंचा. उसे खून से लथपथ हालत में वैन रिक्शा पर लाद कर हाबरा अस्पताल लाया गया. वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.
आतंक फैलाने का मकसद
पुलिस ने बताया कि गोपाल के सिर पर ईंट से प्रहार किया गया है. इस घटना से हाबरा इलाके में तनाव है. माकपा का आरोप है कि हाबरा नगरपालिका चुनाव से पहले आतंक फैलाने के लिए यह हत्या की गयी है. बारासात के एसडीपोओ सुबीर चट्टोपाध्याय ने बताया कि गोपाल इससे पहले कई बार विभिन्न आपराधिक मामलों में गिरफ्तार हुआ था. रात को श्मशान में शराब पीने के लिए उसे बुला कर उसकी हत्या कर दी गयी.
हत्या के आरोप में हाबरा थाना की पुलिस ने मृतक के दोस्तों सुब्रत राय, चीमा घोष और जय सिंहा को गिरफ्तार किया है. एक अन्य आरोपी की तलाश की जा रही है. चीमा घोष पर पहले से भी आपराधिक मामले दर्ज हैं. उधर, घटना के विरोध में माकपा ने शुक्रवार को हाबरा शहर में 12 घंटे का बंद का आह्वान किया है.