शनिवार को उन सात लोगों में से दक्षिण 24 परगना के चार मउलियों की रिहाई के बाद हेमनगर इलाके के तीन मउलियों को बंधक बना कर लुटेरों ने उनके परिवार से पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी थी, जिसके बाद इन तीन मउलियों ने अपने गांव के प्रधान श्यामल मंडल को फोन कर स्थिति से अवगत कराया था. प्रधान ने इस घटना के बारे में सीमा सुरक्षा बल और उपकुल थाना और छोटो मोल्लाखाली के प्रभारी को इसकी जानकारी दी थी, लेकिन उसके बावजूद कुछ नहीं हो सका. अंत में प्रधान और गांव के अन्य लोगों ने चंदा के माध्यम से फिरौती की रकम का बंदोबस्त किया.
चंदा से जुटायी गयी 1.5 लाख की रकम को विकास नामक एक संस्था के माध्यम से बांग्लादेश के कैखाली स्थित जिन्नात अली, सहिदुल अली और मोहम्मद सिद्दीकी नाम के तीन समुद्री लुटेरों को भेजा, जिसके बाद समुद्री लुटेरों ने तीनों मउलियों को सुंदरवन के तालपट्टी जंगल के पास लाकर छोड़ दिया.