ओल्ड मालदा ब्लॉक के औद्योगिक इलाका नारायणपुर में भी बड़े-बड़े औद्योगिक इकाईयों के टीन, एसबेस्टस की छत उड़ गयी. कई औद्योगिक कारखाने क्षतिग्रस्त हो गये. कल रात से विभिन्न इलाकों में बिजली नहीं है. जिस कारण पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गयी है. बुधवार शाम तक बिजली आपूर्ति व्यवस्था स्वाभाविक नहीं हुई है. जिला प्रशासन सूत्रों के अनुसार, जिले के छह ब्लॉकों में करीब छह हजार से ज्यादा घर नष्ट हो गये. ज्यादातर घरों की छतें उड़ गयीं.
कुछ जगहों में पूरा घर ही तबाह हो गया. कई गांव बिजली विहीन हो गये हैं. गाजोल के तृणमूल विधायक सुशील राय ने बताया कि उनके इलाके के 15 ग्राम पंचायत के कई गांव के घर टूट गये. इलाके में बिजली सेवा बाधित हो गयी है. जिला प्रशासन को प्राथमिक रूप से नुकसान की रिपोर्ट दी गयी है. ओल्ड मालदा ब्लॉक का छह ग्राम पंचायत इलाका भीषण रूप से प्रभावित हुआ है. फसलें नष्ट हो गयीं. सबसे ज्यादा नुकसान भाबुक ग्राम पंचायत इलाके को हुआ है. इलाके में आलू की खेती को नुकसान पहुंचा है. चांचल महकमा के एक नंबर ब्लॉक के 50 से ज्यादा कच्चे मकान ढह गये.प्रशासन के अधिकारी ज्यादातर दुर्गम जगहों में पहुंच नहीं पाये. मकई, बोरो धान, सब्जी व आम के फल को नुकसान पहुंचा है.