इसमें तृणमूल और एसयूसीआइ के पंद्रह लोग ठेका श्रमिक का काम कर रहे हैं. मंगलवार को स्थानीय माकपा और एसयूसीआइ समर्थकों ने इन पर लाठी, रॉड से हमला कर दिया. तृणमूल के महादेव दे, धीरन हाजरा, विनय केश, उदय दे, संता कर्मकार घायल हो गये. उन्हें लावदोहा स्वास्थ्य केंद्र में भरती कराया गया. चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिये दुर्गापुर महकमा अस्पताल भेज दिया. एसयूसीआइ अब माकपा के साथ मिलकर क्षेत्र में आतंक का माहौल पैदा करना चाहता है जबकि कारखाने में उनके समर्थकों को भी काम मिला है.
एसयूसीआइ की प्रभाती गोस्वामी ने बताया कि दो दिनों से कारखाना के समक्ष एसयूसीआइ का धरना प्रदर्शन चल रहा था. स्थानीय तृणमूलियों ने प्रदर्शनकारियों पर लाठी, रॉड से हमला कर दिया. इसमें जीतन मंडल, एस मंडल, पार्थ हांटी, रोमेन दत्त घायल हो गये. फिलहाल दुर्गापुर महकमा अस्पताल में इलाजरत है. उन्होंने कहा कि परिवर्तन की सरकार भी वाम मोरचा की राह पर ही चल रही है. केवल अपने समर्थकों को प्राथमिकता दे रही है.