|| अजय विद्यार्थी ||
कोलकाता : देश के विभिन्न जगहों पर हो रहे धर्मातरण का विरोध करते हुए गंगासागर में कपिलमुनी मंदिर के प्रमुख महंत ज्ञानदास ने इसे कट्टरपंथियों की देन बताया. उन्होंने कहा कि विभिन्न धर्म में कुछ कट्टरपंथी लोग है, जो इस तरह के जघन्य काम को अंजाम देते है.
उन्होंने कहा कि जो लोग खुद की इच्छा से धर्म परिवर्तन कर रहे है, उनका स्वागत करना चाहिए, लेकिन कुछ कट्टरपंथी लोग लोभ-लालच लोगों को देकर उनका धर्मपरिवर्तन करा रहे है, वे इसके विरोधी है. उनका कहना है कि लोभ-लालच के जाल में फंस कर कुछ लोग भी इस पाप में भागीदार हो रहे है.
उन लोगों को इससे दूर रहने की सलाह दी. उनका कहना है कि देश के कुछ धार्मिक संस्था को ही इसके विरोध में सामने आना चाहिए. उन्होंने बताया कि कुछ विवेकहीन लोग इस तरह के काम में फंसते जा रहे है, लेकिन बुद्धिमान लोगों को इसके खिलाफ आना चाहिए.
कुछ लोग पहले दूसरे धर्म में जा चुके थे, अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन करने वाले लोगों का स्वागत करना चाहिए. इसकी आड़ में गलत संदेश पहुंचाने वाले कट्टरपंथियों को बुद्धी देने की भा भगवान से कामना उन्होंने की.