कोलकाता: सारधा मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (इडी) के अधिकारी भी राज्य के परिवहन मंत्री मदन मित्रा से पूछताछ करेंगे. इडी सूत्रों के मुताबिक, दक्षिण 24 परगना के विष्णुपुर में एक मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए स्थानीय विधायक मदन मित्रा के कहने पर सारधा प्रमुख सुदीप्त सेन ने एक करोड़ रुपये दिये थे.
इडी अधिकारियों का कहना है कि वर्ष 2010 में दक्षिण 24 परगना के विष्णुपुर में विधानसभा के उपचानाव में मदन मित्रा ने जीत हासिल की थी. उनके इलाके में सारधा गार्डेन के अलावा सारधा का एक कॉटेज भी है. लिहाजा उनके इलाके में जजर्र हालत में स्थित एक मंदिर के
पुनर्निर्माण के लिए सुदीप्त सेन से एक करोड़ रुपये लिये गये थे. इसकी जांच करने पर अधिकारियों को खर्च हुए एक करोड़ की राशि में से 50 लाख रुपये का हिसाब मिला है, लेकिन अन्य 50 लाख रुपये की राशि का कोई हिसाब हिसाब नहीं है. सिलसिले में पूछताछ के लिए इडी ने मंदिर ट्रस्टी के दो अधिकारियों को शुक्रवार को अपने दफ्तर में बुलाया है.
इडी अधिकारियों ने सुदीप्त सेन से जब पूछताछ की, उसके बाद उन्हें जांच में पता चला कि सुदीप्त सेन ने एक करोड़ में से 50 लाख रुपये का चेक मंदिर प्रबंधन को दिया था. जिसका हिसाब इडी के अधिकारियों को मिला. लेकिन अगली राशि के तौर पर मिले 50 लाख रुपये उससे नगदी लिये गये थे. यह राशि मंदिर प्रबंधन को नहीं मिली. इसके कारण मंदिर के पुनर्निर्माण में कुल कितने रुपये खर्च हुए. वह रुपये कहां से किस रूप में उन्हें मिले. किसके कहने पर उन्हें रुपये मिले. इन सब सवालों का जवाब जानने के बाद इडी के अधिकारी मदन मित्रा से पूछताछ की रणनीति तय करेंगे. अधिकारियों का कहना है कि उन्हें जांच में मंत्री के कहने पर सुदीप्त द्वारा रुपये दिये जाने के सबूत मिल चुके हैं. सिर्फ मंदिर प्रबंधन से पूछताछ के बाद वे मंत्री के खिलाफ शिकंजा कसने के लिए अंतिम निर्णय लेंगे.