कोलकाता: पश्चिम मेदिनीपुर जिले के सालबनी में किसानों से अधिगृहित जमीन को जिंदल समूह ने लौटाने का फैसला किया है. इसकी जानकारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दी.
उन्होंने कहा कि पश्चिम मेदिनीपुर में जिंदल समूह द्वारा प्रस्तावित इस्पात प्लांट की योजना को लेकर पहले से ही अटकलें उठ रही थीं, इसके बाद राज्य के वित्त मंत्री डॉ अमित मित्र ने कंपनी के अधिकारियों से बातचीत की. कंपनी ने किसानों द्वारा अधिगृहित जमीन को मुफ्त में वापस लौटाने का फैसला किया है. कंपनी के इस फैसले का मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्वागत है.
गौरतलब है कि इस्पात प्लांट के लिए कंपनी ने यहां के किसानों से करीब 294 एकड़ जमीन खरीदी थी, हालांकि कंपनी ने यहां प्लांट बनाने की योजना रद्द कर दी है तो कंपनी अब मुफ्त में उनकी जमीन वापस करेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के लिए राज्य सरकार ने भी करीब 3000 एकड़ जमीन दी थी, लेकिन राज्य सरकार इस जमीन का क्या करेगी, फिलहाल इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों की जमीन वापस लौटाने के लिए जिलाधिकारी के नेतृत्व में कमेटी का गठन जायेगा और उसके माध्यम से लोगों की जमीन वापस लौटायी जायेगी. सिंगुर के टाटा कारखाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सिंगुर के अनिच्छुक किसानों को भी वह इसी प्रकार जमीन लौटाना चाहती थीं, लेकिन यह अब तक संभव नहीं हो पाया है.