कोलकाता: नीमतला घाट में रोजाना बड़ी संख्या में दाह-संस्कार होता है. केवल कोलकाता के लोग ही नहीं राज्य के विभिन्न जिलों से भी लोग अपने परिजनों के अंतिम संस्कार के लिए यहां आते हैं.
शहर के अन्य श्मशान घाटों की तरह नीमतला घाट में भी बिजली से चलनेवाले शव दाहगृह से अधिकतर दाह-संस्कार होता है, पर कुछ लोग पारंपरिक तरीके से लकड़ी के द्वारा ही अपने परिजन का अंतिम संस्कार करना पसंद करते हैं. पर इन दिनों प्रबंधन की अव्यवस्था के कारण अंतिम संस्कार के लिए यहां पहुंच रहे लोग परेशान हो रहे हैं. अंतिम संस्कार के लिए लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ता है.
अपने एक परिजन के दाह-संस्कार के लिए नीमतला घाट पहुंचे गणोश शर्मा ने कहा कि हमें अपने परिजन के अंतिम संस्कार के लिए आठ घंटे तक इंतजार करना पड़ा. लकड़ी की व्यवस्था कम है. गंदगी का चारों ओर अंबार लगा हुआ है. कोई किसी की सुनने वाला नहीं है. ठंड का मौसम आ चुका है. ठंड में लोगों की परेशानी और बढ़ेगी. वहीं प्रबंधन का कहना है कि यहां विकास का काम चल रहा है. इसलिए थोड़ी दिक्कत आ रही है. पर श्री शर्मा का कहना है कि काम कब तक खत्म होगा, इसके लिए कोई तारीख तय करनी चाहिए.