कोलकाता. चाय बागान श्रमिकों के वेतन को लेकर राज्य सरकार व ट्रेड यूनियन के बीच बैठक बेनतीजा रही. इसलिए वेतन की मांग को लेकर अब चाय बागान के श्रमिकों ने आंदोलन करने का फैसला किया है.
आगामी 11 व 12 नवंबर को श्रमिक यूनियनों ने राज्य के सभी चाय बागानों में हड़ताल का आह्वान किया है. बुधवार को श्रम मंत्री मलय घटक के नेतृत्व में श्रम भवन में बैठक हुई. बैठक में मालिक पक्ष की ओर से श्रमिकों के दैनिक वेतन में 37-40 रुपये की बढ़ोतरी करने का प्रस्ताव पेश किया गया है.
गौरतलब है कि फिलहाल दाजिर्लिंग अर्थात पहाड़ में श्रमिकों को रोजाना 95 रुपये व डुआर्स क्षेत्र में चाय बागान के श्रमिकों को रोजाना 90 रुपये का मेहनताना मिलता है. चाय बागान के श्रमिक नेताओं ने कहा कि राज्य में कृषि क्षेत्र में न्यूनतम दैनिक वेतन 206 रुपये है और चाय बागान के श्रमिकों को भी राज्य सरकार द्वारा तय किया गया न्यूनतम वेतन मिलना चाहिए. बैठक के दौरान श्रम मंत्री मलय घटक ने कहा कि एक बार में इतना वेतन नहीं बढ़ाया जा सकता है, इससे चाय उद्योग को भी नुकसान हो सकता है. इसलिए उन्होंने श्रमिकों से इस संबंध में विचार करने की बात कही. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि चाय बागान के श्रमिकों का वेतन तय करने के लिए एक कमेटी का गठन किया जायेगा, इस संबंध में पहले मुख्यमंत्री से मंजूरी ली जायेगी, मंजूरी मिलते ही कमेटी गठित कर वेतन तय किया जायेगा. उन्होंने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए राज्य सरकार की ओर से एक बार फिर त्रिपक्षीय बैठक बुलायी जायेगी.