हुगली : जिले के शाहगंज स्थित एशिया की मशहूर टायर कंपनी डनलप का कारखाना गुरुवार से खुल जायेगा. श्रम विभाग के परिषदीय सचिव तपन दासगुप्ता ने कहा है कि श्रम मंत्री मलय घटक की उपस्थिति में डनलप की तालाबंदी खत्म हो जायेगी.
पिछले सोमवार को कारखाने को खोलने को लेकर त्रिपक्षीय बैठक हुई थी. बैठक सफल रही और कारखाने को खोलने की घोषणा हुई. प्रबंधन श्रमिकों की बकाया राशि के भुगतान पर राजी हो गया है. लेकिन पहले बकाये राशि के रूप में पांच हजार रुपये दिये जायेंगे. कारखाना फिर से खुलने की खबर से श्रमिक बेहद खुश हैं.
जानकारी के मुताबिक, वर्ष 2006 में डनलप कारखाने को पवन रुइया ने एम छाबड़िया ग्रुप से खरीदा था.
छह अप्रैल, 2006 को डनलप कारखाना खुला. दीपावली के पहले रुइया की ओर से नारा दिया गया कि ‘हर घर में दीप जले’. इस नारे के तहत कारखाना प्रबंधन की ओर से श्रमिकों के घरों में दीप व पटाखें भी बांटे गये. इसके कुछ समय बाद यानी 30 नवंबर, 2008 को डनलप कारखाने में तालाबंदी हो गयी. करीब 1420 श्रमिक बेरोजगार हो गये. मौजूदा सरकार व श्रमिक संगठनों के प्रयास के बाद दो दिसंबर, 2009 को कारखाना फिर खोला गया लेकिन 8 अक्तूबर, 2011 को कारखाना फिर बंद हो गया.
उस समय श्रमिकों का 11 महीने का वेतन बकाया था. सूत्रों के अनुसार कारखाने के श्रमिकों का करोड़ों रुपये का पीएफ व ग्रेच्युटी बकाया है. 2006 की तुलना में अभी श्रमिकों की संख्या महज 550 रह गयी है.