विधानसभा में विपक्ष पर बरसीं मुख्यमंत्री
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कांग्रेस और सीपीएम ने भाजपा के सामने हथियार डाले : ममता
विधानसभा में विपक्ष पर बरसीं मुख्यमंत्री कोलकाता : मुख्यमंत्री ने पश्चिम बंगाल के राजनीतिक दलों पर राजनीतिक प्रदूषण फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने भाजपा के सामने राजनीतिक रूप से हथियार डाल देने को लेकर माकपा और कांग्रेस की आलोचना की. उन्होंने कहा, ‘ कांग्रेस जितना माकपा के करीब जायेगी, वह उतना ही अपना महत्व गंवायेगी. […]
कोलकाता : मुख्यमंत्री ने पश्चिम बंगाल के राजनीतिक दलों पर राजनीतिक प्रदूषण फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने भाजपा के सामने राजनीतिक रूप से हथियार डाल देने को लेकर माकपा और कांग्रेस की आलोचना की.
उन्होंने कहा, ‘ कांग्रेस जितना माकपा के करीब जायेगी, वह उतना ही अपना महत्व गंवायेगी. जहां भी क्षेत्रीय दल मजबूत हैं, वहां सही मायने में कांग्रेस का कोई अस्तित्व नहीं है.’
शुक्रवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण परचर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्षी माकपा, कांग्रेस और भाजपा को खूब खरी-खोटी सुनायी. वामपंथियों पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आंदोलन के नाम पर वे तोड़-फोड़ करते हैं. हर साल दो बार हड़ताल का आह्वान करते हैं. यह सब कुछ हताशा में साजिश के तहत किया जाता है.
कोलकाता विश्वविद्यालय में जेएनयू की छात्र संघ अध्यक्ष आईशी घोष को नहीं घुसने देने को लेकर माकपा विधायक विधानसभा में हंगामा कर रहे थे. इसे लेकर ममता ने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा, कलकत्ता विश्वविद्यालय में मुझे कभी घुसने नहीं दिया गया था. आज वामपंथी ये बातें भूल गये हैं. लेकिन हमलोग बिल्कुल नहीं भूलें हैं. सुश्री बनर्जी ने कहा कि माकपा ने 34 सालों तक राज्य में चारों तरफ अव्यवस्था फैला रखी थी.
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि माकपा के दाहिने हाथ की तरह कांग्रेस काम कर रही है. इसलिए दिल्ली में उन्हें शून्य मिला है. ममता ने कहा कि सिंगूर में जब आंदोलन हो रहा था तब पार्थ चटर्जी नेता प्रतिपक्ष थे और मैं विपक्ष में बैठी पार्टी की मुखिया थी लेकिन हमें नहीं घुसने दिया गया.
कुछ देर पहले ही माकपा विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती ने ममता बनर्जी पर एक दौर में विधानसभा में तोड़फोड़ का आरोप लगाया था. इसे लेकर ममता ने कहा कि विधानसभा में आज तक मैंने किसी भी चीज पर हाथ नहीं डाला है. सुजन चक्रवर्ती अपने आरोपों को साबित करें अथवा अपना बयान वापस लें.
भाजपा पर हमला बोलते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी जितनी जनसभाएं, पदयात्रा पश्चिम बंगाल में करती है, वह कहीं और नहीं करती. जो कहते हैं कि बंगाल में लोकतंत्र है वे अपने राज्य में देखें. चिटफंड कंपनियों के साथ तृणमूल नेताओं की संलिप्तता को लेकर ममता ने कहा कि बंगाल में चिटफंड की शुरुआत किसके शासनकाल में हुई?
माकपा के शासनकाल में और आरोप हमारे ऊपर कैसे लगाया जा रहा है? उन्होंने कहा कि 34 सालों तक वामपंथियों ने बंगाल में कुछ भी नहीं किया. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वह अन्य मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर उनसे एनपीआर की प्रक्रिया नहीं करने की अपील करेंगी क्योंकि यह एनआरसी की भूमिका है.उन्होंने कहा कि बंगाल में सीएए, एनआरसी या एनपीआर, कुछ भी लागू होने नहीं दिया जायेगा.
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