कोलकाता : वेतन बढ़ाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर राज्य के पैरा टीचर्स की ओर से जारी आंदोलन में रविवार को अजीब चेहरा देखा गया. 10 साल का बच्चा अपनी मां की दिक्कतों को देखते हुए बोर्ड लेकर अपील कर रहा है कि मेरी मां को बचा लो क्योंकि उसकी मां साॅल्टलेक के सेंट्रल पार्क में पैरा टीचर्स के आंदोलन में शामिल होकर भूख हड़ताल पर बैठी है.
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बच्चे की गुहार : साहब! मेरी मां को बचा लो
कोलकाता : वेतन बढ़ाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर राज्य के पैरा टीचर्स की ओर से जारी आंदोलन में रविवार को अजीब चेहरा देखा गया. 10 साल का बच्चा अपनी मां की दिक्कतों को देखते हुए बोर्ड लेकर अपील कर रहा है कि मेरी मां को बचा लो क्योंकि उसकी मां साॅल्टलेक के सेंट्रल पार्क […]
पिछले सात दिनों से पैरा टीचर्स के जारी आंदोलन में शुक्रवार से भूख हड़ताल पर कुल 36 शिक्षक-शिक्षिकाएं बैठी हैं, जिनमें तीन रविवार को बीमार हो गये. तीनों को विधाननगर स्टेट जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इधर, आंदोलन में शामिल महिलाओं में उत्तर 24 परगना के श्यामनगर की रहनेवाली महिला प्रमिता बागची भी हैं, जो भूख हड़ताल पर हैं. उनके साथ कक्षा छह में पढ़नेवाला उनका बेटा भी है, जो हड़ताल पर बैठी मां के लिए सरकार से गुहार लगा रहा है.
बच्चे का नाम अभायु बागची है, जो सेंट्रल माॅर्डन स्कूल में पढ़ता है. सोमवार को बच्चे की परीक्षा भी है. ऐसे में कैसे परीक्षा देगा, यह भी उस परिवार व बच्चे के लिए दिक्कत का विषय है. ऐसा करनेवाला सिर्फ वह अकेला बच्चा नहीं है. कई माताओं के लाल भी आंदोलन मंच पर हैं. आंदोलन में शामिल रूमा घोष ने कहा कि परिवार व बच्चे के भविष्य के लिए ही आंदोलन कर रहे हैं.
अगर भविष्य ही नहीं रहा, तो बच्चे कैसे आगे बढ़ेंगे. राज्य सरकार के रवैये के कारण मजबूूरन हम जैसी कई महिलाओं के बच्चों को भी परेशानी हो रही है. प्रमिता बागची का कहना है कि बेटे के भविष्य के लिए ही आंदोलन कर रहे हैं. हमारे जैसे कई परिवारों को ऐसी स्थिति में रहना पड़ रहा है.
11 नवंबर से आंदोलन पर हैं शिक्षक
गत 11 नवंबर से वेतन बढ़ाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर राज्य के पैरा टीचर्स अनशन पर बैठे हैं. राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखने के बावजूद भी कुछ होता न देख कर 36 शिक्षक-शिक्षिका भूख हड़ताल पर चले गये हैं.
मांगें नहीं पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलन
पार्श्व शिक्षक एकता मंच के ज्वाइंट कॉन्वेनर भागीरथ घोष ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, उनका आंदोलन जारी रहेगा. गौरतलब है कि कक्षा एक से चार तक पढ़ानेवाले पैरा टीचर्स को मात्र 10 हजार रुपये वेतन मिल रहा है और पांचवीं से आठवीं तक पढ़ानेवाले पैरा टीचर्स को 13 हजार रुपये वेतन मिल रहा है, जो कि पे स्केल के अनुसार ज्यादा होने चाहिए.
भूख हड़ताल पर ये हुए बीमार
भूख हड़ताल पर बैठे तीन टीचर निभा मंडल, अरुण कुमार जाना और सत्य कुमार मंडल बीमार हो गये हैं. निभा मंडल की स्थिति गंभीर हो गयी है. इधर, शिक्षकों का आरोप है कि यहां प्रशासन की ओर से कोई एंबुलेंस नहीं दी जा रही है. तीनों को गंभीर हालत में तुरंत ऑटो से अस्पताल ले जाया गया.
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