चार पहले से ही बंगाल का प्रतिनिधित्व कर रही हैं
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पश्चिम बंगाल से 11 महिलाएं संसद में प्रतिनिधित्व करेंगी
चार पहले से ही बंगाल का प्रतिनिधित्व कर रही हैं कोलकाता : लोकसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. भले ही देश के हर राज्य से महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारा गया हो, फिर भी संसद में महिलाओं की भागेदारी काफी कम है, जबकि देश की कमान लंबे समय तक महिला प्रधानमंत्री के हाथों […]
कोलकाता : लोकसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. भले ही देश के हर राज्य से महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारा गया हो, फिर भी संसद में महिलाओं की भागेदारी काफी कम है, जबकि देश की कमान लंबे समय तक महिला प्रधानमंत्री के हाथों में रही है और समय-समय पर राज्यों में मुख्यमंत्री तथा सदन के अध्यक्ष पद पर महिलाएं आसीन रही हैं. फिर भी यह संख्या पर्याप्त नहीं है. वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में केवल 65 महिलाएं जीती थीं, जो कुल संख्या का 12% था. इससे पहले मात्र 58 महिलाएं ही लोकसभा में रहीं.
पश्चिम बंगाल की बात करें तो लोकसभा चुनाव में विजयी हुईं मात्र 11 महिलाएं ही संसद में पहुंचेंगी. इसमें तृणमूल कांग्रेस से नौ महिलाएं व भाजपा से दो महिलाएं शामिल हैं. टीएमसी की 9 विजयी महिलाओं में 4 महिलाएं पहले से ही सांसद हैं. इनमें बारासात से टीएमसी की सांसद डॉ काकोली घोष दस्तीदार, जयनगर से प्रतिमा मंडल (टीएमसी), बीरभूम लोकसभा क्षेत्र से फिल्म अभिनेत्री शताब्दी राय व उलबेड़िया से सांसद सजदा अहमद शामिल हैं. सजदा दिवंगत तृणमूल नेता सुल्तान अहमद की पत्नी हैं, जो यहां से सांसद चुने गये थे. इनको छोड़ कर पांच नये चेहरे टीएमसी से व दो नये चेहरे भाजपा से हैं.
बंगाल की कुल 42 सीटों में से एक चौथाई महिलाएं (कुल 11) संसद में प्रतिनिधित्व करेंगी. चुनाव जीतने वाली इन महिलाओं का कहना है कि यह संख्या काफी कम है, राजनीति में योग्य व अनुभवी अन्य महिलाओं को भी मौका मिलना चाहिए, लेकिन बहुत कम महिलाएं ही संसद में पहुंच पाती हैं. इस विषय में रायगंज से विजयी भाजपा उम्मीदवार देवश्री चौधरी का कहना है कि राजनीति में महिलाओं की भागेदारी होनी चाहिए लेकिन संसद में उन्हें ही पहुंचनी चाहिए, जो इसके योग्य हों.
क्वांटिटी से अच्छा है क्वालिटी का ध्यान रखा जाये. संसद की एक गरिमा है, इसको बनाये रखने के साथ जो अनुभवी, कर्मठ लीडर की तरह जनहित में काम कर सकें, ऐसी महिलाओं को अवसर दिया जाना चाहिए. भाजपा इसी रणनीति पर चल रही है. वहीं बारासात से फिर से विजयी डॉ काकोली घोष दस्तीदार का कहना है कि संसद में महिलाओं की भागेदारी ज्यादा होनी चाहिए.
वोटरों पर चला स्टार चेहरों का जादू:चुनाव में इस बार टीएमसी व भाजपा द्वारा मैदान में उतारी गयीं स्टार महिलाओं का भी जादू वोटरों के सिर चढ़ कर बोला. इसमें टीएमसी से अभिनेत्री शताब्दी रॉय तीसरी बार वोटरों को लुभाने में कामयाब रहीं. वहीं टीएमसी की बशीरहाट से अभिनेत्री नुसरत जहां, जादवपुर से मिमी चक्रवर्ती व भाजपा की विजयी उम्मीदवार अभिनेत्री लॉकेट चटर्जी का भी जादू वोटरों पर चल गया. इनके अलावा टीएमसी से बंगाल के स्टार देव व सिंगर बाबुल सुप्रियो (भाजपा) का भी जादू वोटरों के सिर चढ़ कर बोला. दोनों भारी मतों से विजयी हुए.
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