कोलकाता : सातवें व अंतिम चरण के मतदान में नजरें पश्चिम बंगाल में टिकी हुई हैं. कई दिग्गज उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा. इस चरण में कई ऐसे चर्चित उम्मीदवार हैं, जिन्हें पता ही नहीं था कि वे उम्मीदवार बनेंगे. कई का राजनीति से दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं था. सातवें चरण के चर्चित चेहरों में नाम आता है मिमी चक्रवर्ती का. तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर अचानक ममता बनर्जी ने टाॅलीवुड के इस चर्चित चेहरे को यादवपुर लोकसभा केंद्र से उम्मीदवार बना दिया.
राजनीति से कोसों दूर रहनेवालीं मिमी प्रचार के दौरान काफी विवादों में रहीं. जनता से दास्ताने पहनकर हाथ मिलाने का मामला हो या चुनावी मंच पर आपा खोना. उनकी हर खबर सुर्खियां बनीं. शूटिंग छोड़कर चुनाव जीतने में जुटीं मिमी का मुकाबला माकपा के हेवीवेट नेता और कोलकाता के पूर्व मेयर विकास रंजन भट्टाचार्य से है.
अनुपम हाजरा : अनुपम हाजरा को भाजपा ने इस बार यादवपुर केंद्र से उम्मीदवार बनाया है. इससे पहले ये युवा प्रोफेसर वीरभूम में तृणमूल सांसद के रूप में जिलाध्यक्ष अणुव्रत मंडल के साथ विवाद कर सुर्खियों में आ चुके हैं. तृणमूल कांग्रेस से मोहभंग होने के बाद यादवपुर से अपनी किस्मत आजमा रहे अनुपम हाजरा ने चुनाव के दौरान अणुव्रत के दफ्तर में जाकर पैर छूकर प्रणाम करने के साथ भोजन करने और वापस तृणमूल में आने पर राज्यसभा का सांसद बनने का प्रस्ताव पा चुके हैं. बाद में भाजपा के दबाव पर वह सफाई भी दिये. उनकी इन हरकतों ने वह काफी चर्चा में रहे.
फुआद हलीम : गरीबों के डाॅक्टर के रूप में मशहूर फुआद हलीम पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हाशिम अब्दुल हलीम के पुत्र हैं. ममता बनर्जी के भतीजे और सांसद अभिषेक बनर्जी के खिलाफ माकपा ने इन्हें डायमंड हार्बर से उम्मीदवार बनाया है. तृणमूल कांग्रेस समर्थकों के हमले के शिकार होकर फुआद फिलहाल सुर्खियों में हैं.
नुसरत जहां : लोकसभा चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा वीडियो अभिनेत्री व तृणमूल प्रत्याशी नुसरत जहां का वायरल हुआ. पार्क स्ट्रीट बलात्कार कांड के आरोपी कादेर खान की प्रेमिका होने पर उन्हें काफी सफाई देनी पड़ी थी. इसके अलावा वायरल वीडियोे के कारण भी वह चर्चा में रहीं. उन्हें देखने के लिए उनकी सभाओं और रैलियों में जमकर भीड़ भी हुई. फिलहाल वह भाजपा के हेवीवेट नेता शायंतन बसु के खिलाफ मैदान में हैं. अल्पसंख्यक मतदाताओं के लिहाज से महत्वपूर्ण इस केंद्र के नतीजों पर सबकी निगाह है.
नंदिनी मुखर्जी : जादवपुर विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग विभाग की अध्यापिका नंदिनी मुखर्जी की पहचान शिक्षित उम्मीदवार के रूप में है. वह कंप्यूटर विशेषज्ञ भी हैं. दक्षिण कोलकाता की उम्मीदवार नंदिनी घरों में घूम-घूमकर प्रचार कर रही हैं. उनका मुकाबला तृणमूल कांग्रेस की माला राय के अलावा भाजपा के उम्मीदवार व नेताजी के प्रपोत्र चंद्र बोस से है. चंद्र बसु खुद लंदन से अर्थनीति की पढ़ाई कर चुके हैं. वह आइआइएम के पूर्व छात्र भी रह चुके हैं. खुद टाटा मैनेजमेंट ट्रेनिंग सेंटर में 18 साल तक नौकरी करने के बाद फिलहाल वह अपना व्यापार संभाल रहे हैं.
इनके अलावा दमदम लोकसभा सीट पर प्रोफेसर सौगत राय के साथ भाजपा के शमिक भट्टाचार्य का मुकाबला है. वहीं, उत्तर कोलकाता में मुकाबला सुदीप बंद्योपाध्याय के साथ भाजपा के राहुल सिन्हा का है.