कोलकाता : अब सरकारी व सरकारी अनुदान प्राप्त स्कूलों में भी काउंसेलर्स की नियुक्ति की जायेगी. इसके लिए शिक्षा विभाग शीघ्र एक बैठक करेगा. एक सरकारी स्कूल के हेडमास्टर ने बताया कि कई कोएड स्कूल हैं, जहां लड़के व लड़कियों के लिए अलग से काउंसेलिंग करवाने के लिए कहा जा रहा है. स्कूल परिसर में बच्चों की सुरक्षा के लिए व उनको बैड टच व गुड टच का आभास कराने के लिए काउंसेलिंग सत्र आयोजित किये जायेंगे.
बच्चों में जागरूकता फैलाने के लिए कार्यशाला भी की जायेगी, जिससे छोटे बच्चों को भी बैड टच व गुड टच का अभिप्राय समझाया जा सके. इसमें महिला विशेषज्ञों की मदद ली जायेगी. एक साल के अंदर चरणबद्ध तरीके से नियुक्ति करने के लिए शिक्षाविदों का एक पैनल गठित किया गया है, जो इस बात की निगरानी रखेगा कि बच्चे सुरक्षित परिवेश में हैं कि नहीं.
समय-समय पर निगरानी रखने के लिए सभी स्कूलों को अपनी रिपोर्ट विभाग में देनी होगी. नियुक्ति के बाद तीन महीने में एक प्रोग्रेस रिपोर्ट तैयार करनी होगी. हालांकि राज्य के सभी स्कूलों में इस व्यवस्था को शुरू करना कठिन है, फिर भी प्रथम चरण में कुछ प्राचीन व नामी बड़े स्कूलों में यह व्यवस्था शुरू की जायेगी. इसके बाद अन्य स्कूलों में भी इसकी व्यवस्था की जायेगी.