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कोलकाता : गांजा रखने के आरोप में गिरफ्तार करवा कर जेल भिजवा देंगे : अणुव्रत
फिर विवादों में तृणमूल कांग्रेस नेता अणुव्रत, आपत्तिजनक बयान का वीडियो वायरल कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अणुव्रत मंडल पार्टी के एक बागी नेता और भाजपा की एक महिला नेता को गांजा रखने के झूठे आरोप में फंसा कर गिरफ्तार करवाने का निर्देश अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को देकर फिर से विवादों में घिर […]
फिर विवादों में तृणमूल कांग्रेस नेता अणुव्रत, आपत्तिजनक बयान का वीडियो वायरल
कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अणुव्रत मंडल पार्टी के एक बागी नेता और भाजपा की एक महिला नेता को गांजा रखने के झूठे आरोप में फंसा कर गिरफ्तार करवाने का निर्देश अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को देकर फिर से विवादों में घिर गये हैं. अणुव्रत की यह पूरी बातचीत तथा-कथित रूप से एक वीडियो में रिकार्ड हो गयी है. वीरभूम के तृणमूल जिलाध्यक्ष श्री मंडल बर्दवान के आयूषग्राम विधानसभा क्षेत्र में रविवार को एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. यह तथा-कथित वीडियो इसी बैठक की है. श्री मंडल पूर्व बर्दवान जिले की तीन विधानसभा सीटों, मंगलकोट, आयूषग्राम और केतुग्राम के पार्टी पर्यवेक्षक हैं.
रविवार की रात वायरल होने वाले वीडियो के कारण प्रदेश में राजनीतिक भूचाल आ गया है. विपक्ष इसे लेकर तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगा रहा है कि पार्टी अपना राजनीतिक बैर साधने के लिए ऐसा कर रही है. अवैध रूप से मादक पदार्थ रखने के मामले में एक किलोग्राम गांजा रखने के दोष में एक व्यक्ति को न्यूनतम छह माह की जबकि उससे ज्यादा मात्रा में गांजा रखने पर व्यक्ति को अधिकतम 20 साल कैद की सजा हो सकती है.
वीडियो क्लिप के अनुसार, मंडल पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दे रहे हैं, ‘जिस व्यक्ति को हमने पांच सदस्यीय समिति से बाहर निकाला है उसे गिरफ्तार करायें? उस महिला को भी, मोटी महिला कपड़ों की दुकान की मालिक महिला को भी गिरफ्तार कराये? वह भाजपा कार्यकर्ता है. क्या आप उसे नियंत्रित कर सकते हैं? बतायें कि क्या आप उसे नियंत्रित कर सकते हैं, वरना हम उन्हें गांजा रखने के आरोप में गिरफ्तार करवा कर जेल भिजवा देंगे.’
इस बैठक में राज्य के कृषि मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के नेता आशीष बंद्योपाध्याय भी उपस्थित थे. इस वीडियो क्लिप में जिस पांच सदस्यीय समिति का जिक्र किया गया है, वह विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों की निगरानी के लिए तृणमूल कांग्रेस द्वारा गठित समिति है.
श्री मंडल की धमकी पर प्रतिक्रिया देते हुए आयूषग्राम से भाजपा नेता संगीता चक्रवर्ती ने कहा कि वीडिया क्लिप से साबित होता है कि तृणमूल कांग्रेस कैसे राजनीतिक हित साधने के लिए पुलिस का इस्तेमाल करती है.
उन्होंने सवाल किया, तृणमूल कांग्रेस के शासन काल में इसी तरह से राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को जेल भिजवाया जाता है. गांजा मामले से उनका क्या मतलब है? इसका मतलब यह है कि विपक्षी दलों के सभी नेताओं के खिलाफ गांजा के मामले फर्जी हैं?
मंडल के वीडियो पर प्रतिक्रिया मांगने पर तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि उन्होंने वीडियो नहीं देखा है, इसलिए वह टिप्पणी नहीं कर सकते हैं. वीरभूम में तृणमूल कांग्रेस के उपाध्यक्ष अभिजीत सिन्हा ने कहा कि मंडल और पार्टी को बदनाम करने के लिए यह फर्जी वीडियो बनाया गया है. श्री सिन्हा ने कहा कि उन्हें लगता है कि जो वीडियो वायरल हुआ है, वह फर्जी है. यह पार्टी की छवि धूमिल करने के लिए किया गया है. श्री मंडल इससे पहले भी ऐसे ही बयानों को लेकर विवाद में रहे हैं.
पार्थ ने अणुव्रत के बयान को गैर जिम्मेदाराना बताया
कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने मीडिया में प्रसारित हो रहे तृणमूल के वीरभूम जिलाध्यक्ष अणुव्रत मंडल के बयान को गैरवाजिब बताते हुए कहा कि इस तरह की बात करना स्वस्थ राजनीति की परंपरा के खिलाफ है. हालांकि उनका बचाव करते हुए उन्होंने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष को कठघरे में खड़ा कर दिया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से वह लगातार भड़काऊ बयान देते हैं, उसका असर अन्य दल के नेताओं पर पड़ रहा है.
उल्लेखनीय है कि अपने जिला के पार्टी पदाधिकारियों की बैठक करते हुए अणुव्रत मंडल ने कहा कि जो नेता तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ जा रहा है उनको गांजा रखने के मामले में जेल में ठूस दो. उनके इस बयान पर राज्य की राजनीति में तीखी प्रतिक्रिया हुई है. सभी विरोधी दलों ने इस तरह की धमकी की निंदा करते हुए यह कहना शुरू कर दिया कि विरोधियों को फंसाने के लिए तृणमूल कांग्रेस पुलिस का दुरुपयोग कर रही है. पुलिस भी पूरी तरह से तृणमूल कांग्रेस के दास की भूमिका में चली गयी है.
अणुव्रत ने तृणमूल को बीच बाजार में बेआबरू किया : भाजपा
प्रदेश भाजपा के महासचिव संजय सिंह ने कहा कि अणुव्रत मंडल ने तृणमूल कांग्रेस की नीति को बीच बाजार में बेआबरू किया. इस घटना से तृणमूल कांग्रेस सकते में आ गयी.
हालात को बेकाबू होता देख डैमेज कंट्रोल के लिए पार्थ चटर्जी को मैदान में उतरना पड़ा और वह अणुव्रत के बयान को गैरवाजिब बताते हुए ठीकरा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के मत्थे फोड़ने का प्रयास कर रहे हैं. हालांकि प्रदेश की जनता बहुत पहले से ही कह रही है कि पश्चिम बंगाल में गुंडों का शासन है और पुलिस उनकी गुलाम बन गयी है. अणुव्रत ने सार्वजनिक रूप से उसको स्वीकार करके आम जनता के सोच पर मुहर लगा दिया.
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