Advertisement
समाज विरोधियों के हमले में दो तृणमूलकर्मियों की मौत, गोलीबारी में एक बालक समेत चार गंभीर
मालदा : मानिकचक थाना अंतर्गत गोपालपुर ग्राम पंचायत के बोर्ड गठन के दौरान समाजविरोधियों के हमले में दो तृणमूल कार्यकर्ताओं की मौत हो गई. मृतकों की पहचान सलाम शेख (45) और अजहर शेख (60) के नाम से की गई है. पुलिस सूत्र के अनुसार मृत दोनों व्यक्तियों के सिर पर गोली लगी है. सोमवार की […]
मालदा : मानिकचक थाना अंतर्गत गोपालपुर ग्राम पंचायत के बोर्ड गठन के दौरान समाजविरोधियों के हमले में दो तृणमूल कार्यकर्ताओं की मौत हो गई. मृतकों की पहचान सलाम शेख (45) और अजहर शेख (60) के नाम से की गई है. पुलिस सूत्र के अनुसार मृत दोनों व्यक्तियों के सिर पर गोली लगी है. सोमवार की सुबह 11 बजे यह घटना हुकुमतटोला में घटी है. अपराधियों की बमबाजी और गोलीबारी में तीन साल का जिशान शेख समेत चार ग्रामीण गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं. उन सभी को मालदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
वहीं मानिकचक थाना के ओसी कुणाल कांति दास के नेतृत्व में विशाल पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंची. वहीं एसपी अर्णव घोष के नेतृत्व में विशाल कम्बैट फोर्स को भी मोर्चा संभालना पड़ा. फिलहाल स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रभावित इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है. वहीं तृणमूल समर्थकों का आरोप है कि पुलिस इतनी बड़ी घटना के दौरान मूकदर्शक बनी हुई थी. स्थानीय पंचायत सूत्र के अनुसार इस बार गोपालपुर ग्राम पंचायत की कुल 10 सीटों में से कांग्रेस को पांच और तृणमूल को पांच सीट मिली थी.
हालांकि बाद में कांग्रेस के पांचों सदस्य तृणमूल में शामिल हो गये. इस तरह से कांग्रेस ने बोर्ड गठन की अपनी कोशिश छोड़ दी. समझा जाता है कि इसी को लेकर कांग्रेस में दबा हुआ आक्रोश था, जो हिंसा के रूप में फूट पड़ा. पंचायत सूत्र के अनुसार तृणमूल की तरफ से एक महिला सदस्य को प्रधान के रूप में दायित्व देने की बात थी. सोमवार की सुबह पंचायत बोर्ड गठन को लेकर तृणमूल खेमे में जश्न का माहौल था. तभी अचानक समाजविरोधियों ने वहां पहुंचकर गोलियां बरसानी शुरू की.
इसी दौरान एक तृणमूल कार्यकर्ता की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बुजुर्ग कार्यकर्ता को मेडिकल कॉलेज ले जाने के दौरान रास्ते में मौत हो गई. हमले में फारुख शेख (30), मनीरुद्दीन शेख (40) के अलावा तीन साल के जिशान शेख को गंभीर चोट लगी है. जिला तृणमूल कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बाबला सरकार ने बताया कि बोर्ड गठन को लेकर आज इलाके में पुलिस बल की तैनाती थी. उन्होंने पुलिस से अपराधियों को जल्द गिरफ्तार करने का अनुरोध किया है. लेकिन उसके पहले ही समाजविरोधियों ने गोली और बम बरसाना शुरू किया.
हमले के आरोपों से इंकार करते हुए जिला कांग्रेस के महासचिव हेमंत शर्मा ने कहा कि हमले की घटना तृणमूल कांग्रेस के गुटीय विरोध का नतीजा है. प्रधान पद को लेकर दोनों गुट में विवाद था.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement