मई में कालिम्पोंग में करेंगी विकास बोर्डों के साथ बैठक
दार्जिलिंग : मंगलवार से दार्जिलिंग शहर के चौरस्ता पर चल रहे दो दिवसीय हिल बिजनेस समिट का बुधवार को समापन हुआ. समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य सरकार के सहयोग से इस पर्वतीय क्षेत्र में पहली बार बिजनेस समिट आयोजित हुआ. इसमें बड़े-बड़े उद्योगपतियों ने हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में 1500 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं. यह बहुत खुशी की बात है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पहाड़ पर इसी तरह शांति व्यवस्था कायम रही तो यहां और उद्योगपति आने के लिए उत्साहित होंगे. ममता बनर्जी ने कहा कि शांति व्यवस्था रहने से पहाड़ का और विकास होगा. विकास होने से यहां के बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा.
उन्होंने कहा कि पहले चाय बागानों में पर्यटन की अनुमति नहीं थी, मगर तृणमूल सरकार ने 50 प्रतिशत पर्यटन की अनुमति दी है. अब हम दार्जिलिंग के पर्यटन को नया आयाम देंगे. यहा होम स्टे टूरिज्म पर जोर दिया जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि दार्जिलिंग में बिजनेस करने के लिए सिक्किम को भी न्योता दिया गया है. आनेवाले दिनों में इस संदर्भ में सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग से उतरकन्या में बातचीत की जायेगी. ममता ने कहा : दार्जिलिंग से हमें कुछ नहीं चाहिए. पहाड़ पर शांति व्यवस्था रहे, हमलोगों के लिए यही पर्याप्त है. राज्य सरकार हर तरह का सहयोग करने को तयार है, पर शांति जरूरी है.
मुख्यमंत्री ने आगामी मई महीने में कालिम्पोंग आने की जानकारी भी दी. वहां पहाड़ के 15 विकास बोर्डों के साथ बैठक की जायेगी, जिसमें जीटीए को भी शामिल किया जायेगा. समापन कार्यक्रम में मुख्य सचिव मलय दे, गृह सचिव अत्रि भट्टाचार्य, जीटीए चेयरमैन विनय तमांग, वाइस चेयरमैन अनित थापा, हिल एरिया डेवलपमेंट कमेटी के चेयरमैन मन घीसिंग, मंत्री अरूप विश्वास, गौतम देव, इंद्रनील सेन आदि उपस्थित थे.