कोलकाता : भाजपा और केंद्र सरकार के खिलाफ मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी का अभियान गुरुवार को भी जारी रहा. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि वह वामपंथियों की तरह आत्मसर्मपण करने वाली नहीं हैं. अगर भाजपा अपना लक्ष्य बंगाल को बनाया है तो वह जान ले कि मेरा लक्ष्य दिल्ली है. इसके लिए वह भाजपा विरोधी सभी पार्टियों को एकजुट कर उसे सत्ता से बेदखल करेंगी. सत्ता में बने रहने के लिए भाजपा केंद्रीय सुरक्षा बलों और एजेंसियों का प्रयोग कर रही है.
सुश्री बनर्जी ने आरोप लगाया कि त्रिपुरा चुनाव में भाजपा ने केंद्रीय सरक्षा बलों का दुरुपयोग कर अपना लक्ष्य हासिल किया है. इसका पुख्ता प्रमाण उनके पास है. यही नहीं, बंगाल के सीमांत इलाकों में बीएसएफ पैसा खर्च करके इलाके को अपने कब्जे में ले रही है ताकि भाजपा को सुविधा हो. ममता यहीं नहीं थमीं. उन्होंने कहा: वामपंथी त्रिपुरा में इसलिए हारे क्योंकि उन लोगों ने डर से भाजपा के आगे आत्मसर्मपण कर दिया. लेकिन बंगाल में वह ऐसा नहीं होने देंगी. क्योंकि बंगाल में 33 फीसदी अल्पसंख्यक हैं. यहां पर हिंदू- मुसलमान एक साथ रहते हैं. यहां पर सांप्रदायिकता के लिए कोई जगह नही है. अपनी महिला कार्यकर्ताओं को उन्होंने कहा: वह लोग (महिला कार्यकर्ता) खुद को इस तरह तैयार करें कि उनको देखकर दंगा करने वाले डर कर भाग जायें. मुख्यमंत्री ने राज्य की विकास योजनाओं की फेहरिस्त देते हुए दावा किया कि केंद्र की उपेक्षा के बावजूद बंगाल अपने दम पर विकास के पथ पर अग्रसर है.
सीएम ने केंद्र पर सुरक्षा बलों के दुरुपयोग का लगाया आरोप
मेयो रोड पर हुई सभा में मुख्यमंत्री ने कहा: वामपंथी अपनी ताकत बढ़ायें. भाजपा विरोधी ताकतों को एकजुट होकर भाजपा को सत्ता से बेदखल करना होगा. ममता ने कहा: भाजपा की सहयोगी तेलगू देशम पार्टी अब उसके साथ नहीं है. सबसे पुराना सहयोगी दल शिव सेना भी अब उसके साथ नहीं है. आने वाले समय में राजस्थान और मध्यप्रदेश में भी भाजपा नहीं रहेगी. बंगाल में उसको परास्त होना पड़ेगा. यह बात भाजपा अच्छी तरह जानती है इसलिए वह पैसा पानी की तरह बहा रही है. विरोधियों को काबू में करने के लिये बीएसएफ और सीआइएसएफ जैसे बलों के साथ सीबीआइ, इडी का इस्तेमाल कर रही है. इन सबका जवाब देने के लिए हमलोग तैयार हैं.