कोलकाता/नयी दिल्ली : राज्यसभा में गुरुवार को तीन तलाक बिल पर बहस के दौरान केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी और तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन के बीच तीखी बहस हो गयी. राज्यसभा में सरकार की कोशिश थी कि वह बिल को बिना सेलेक्ट कमेटी के पास भेजे पास करवा ले. हालांकि, विपक्षी दल बिल की कमियों को दूर करने के लिए सेलेक्ट कमेटी में भेजने पर अड़े रहे.इस खींचतान में राज्य सभा में इस बिल पर दूसरे दिन की बहस आधे घंटे भी नहीं चल सकी और उपसभापति पीजे कूरियन ने सदन को शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दिया.
सत्ता पक्ष और विपक्षी सांसदों के बीच हुई तीखी बहस में स्मृति ईरानी और डेरेक ओ ब्रायन एक-दूसरे से उलझ पड़े. डेरेक का कहना था कि इस मामले से सरकार की पोल खुल गयी है. उन्होंने कहा कि विपक्ष महिलाओं को सशक्त करना चाहता है और सरकार ऐसा नहीं चाहती. इसलिए वह बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास नहीं भेज रही है. इससे सरकार की पोल खुल गयी है. इसके जवाब में स्मृति ईरानी बोली कि ऐसा नहीं है, अगर आप वाकई महिलाओं को सशक्त करना चाहते हैं तो इस पर बहस करिए. हालांकि दोनों पक्षों के सदस्यों के हंगामे के चलते सदन आगे नहीं चल सका. सरकार प्रस्ताव को 24 घंटे पहले न लाने के नियम का हवाला देती रही और विपक्ष बिल में खामियां गिनाता रहा. सदन स्थगित होने के बाद डेरेक ने कहा कि इस मामले में बीजेपी का पक्ष भी खुलकर सामने आ गया है. बीजेपी में महिलाओं को सशक्त करने की हिम्मत नहीं है.