कोलकाता : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को आखिरकार पश्चिम बंगाल में योग शिविर लगाने की अनुमति मिल ही गयी. यह अनुमति राज्य सरकार ने नहीं, बल्कि कलकत्ता हाइकोर्ट ने दी है. गुरुवार को मामले की सुनवाई करते हुए हाइकोर्ट के न्यायाधीश देवांशु बसाक ने सात जनवरी को हावड़ा के राजबाड़ी मैदान में आयोजित आरएसएस के योग शिविर को सशर्त मंजूरी दे दी. इससे बंगाल के आरएसएस प्रतिनिधियों में उत्साह का माहौल है.
गौरतलब है कि 29 जनवरी को हावड़ा की उलबेड़िया लोकसभा सीट पर उपचुनाव होना है. इसलिए तृणमूल कांग्रेस यहां इस समय योग शिविर नहीं कराना चाहती थी, क्योंकि इसका लाभ भाजपा उम्मीदवार को मिल सकता है.
विवेकानंद जयंती पर लगेगा योग शिविर : आरएसएस की ओर से विवेकानंद जयंती पर सात जनवरी को आंदुल के राजबाड़ी मैदान में योग शिविर लगाने का निर्णय लिया था. अनुमति के आरएसएस ने सांकराइल थाना में आवेदनपत्र जमा किया था. लेकिन पुलिस ने अनुमति नहीं दी. इसके बाद आरएसएस ने हाइकोर्ट में याचिका दायर की थी. पुलिस का कहना है कि सात जनवरी को वहां दो राजनीतिक दलों की सभा है, इसलिए स्थिति को देखते हुए आरएसएस को योग शिविर की अनुमति नहीं दी गयी थी.
वहीं, मामले की सुनवाई के दौरान आरएसएस के अधिवक्ता ने पुलिस के बयान का विरोध करते हुए कहा था कि आरएसएस कोई राजनीतिक दल नहीं है. दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद न्यायाधीश देवांशु बसाक ने आरएसएस को सुबह 11:30 बजे से शाम 4 बजे तक शिविर आयोजित करने की अनुमति दे दी. साथ ही हाइकोर्ट ने कहा कि शिविर चार बजे तक चलेगा, इसलिए योग शिविर समाप्त होने के बाद वहां दूसरी सभा की जा सकती है. आरएसएस के शिविर के दौरान पुलिस को कानून-व्यवस्था दुरुस्त रखने का निर्देश दिया.