बैठक से निकले अभिभावकों ने बताया कि स्कूल प्रबंधन के सामने उन्होंने अपना पक्ष रहा. प्रबंधन से कहा कि पूरी घटना को दबाने और आरोपी शिक्षकों को बचाने की कोशिश करने के कारण प्रिंसिपल शर्मिलानाथ भी उतनी ही गुनाहगार हैं, जितने आरोपी दोनों शिक्षक. इसलिए प्रबंधन तुरंत प्रिंसिपल को पद से बर्खास्त करे. इसके बाद स्कूल खोले.
इस संबंध में प्रबंधन का कहना है कि प्रिंसिपल पर कोई भी आरोप साबित नहीं हुआ है. वह एक काबिल प्रिंसिपल हैं, जिसके चलते अब तक पद पर हैं. बिना किसी कारण स्कूल प्रबंधन किसी को स्कूल से नहीं निकाल सकता. बुधवार शाम पांच बजे तक प्रबंधन ने समय मांगा है. अभिभावकों का कहना है कि निर्धारित समय पर स्कूल के बाहर एकत्रित होंगे. अगर बुधवार को भी प्रिंसिपल को स्कूल से नहीं हटाया गया तो फिर आंदोलन शुरू करेंगे.