डोनर के अभाव में नहीं हुआ हृदय का प्रत्यारोपण, पटना के निवासी को मिला एक किडनी
कोलकाता : महानगर अंग प्रत्यारोपण के लिए एक बार फिर ग्रीन कॉरिडोर तैयार किया गया. कॉरिडोर की मदद से दान किये गये एक किडनी व लिवर को प्रत्यारोपण के लिए एसएसकेएम (पीजी) पहुंचाया गया. घटना महानगर के आरएन टैगोर इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियक साइंस की है. प्रबंधन के अनुसार गत गुरुवार को अस्पताल में कल्याणी सरकार (57) की ब्रेन डेथ की घोषणा की गयी थी. जिसके बाद वहां स्वास्थ्य भवन के वरिष्ठ अधिकारी वहां पहुंचे.
उन्होंने महिला के ब्रेन डेथ की पुष्टि की. कल्याणी हावड़ा के सांतरागाछी की रहने वाली थी. मृतका के पुत्र दिप्तेश सरकार ने बताया कि उसकी मां को गत 28 अक्तूबर को सेलिब्रल अटैक आया था. इसके बाद उन्हें पहले गर्डेनरीच स्थित रेल अस्पताल में ले जाया गया. सेहत में गिरावट को देखते हुए उन्हें महानगर के मुकुंदपुर स्थित आरएन टैगोर हॉस्पिटल में स्थानांतरित कर दिया गया. अस्पताल के आईटीयू में उन्हें वेंटिलेशन पर रखा गया था.
इलाज के दौरान गत सोमवार फिर ब्रेन स्ट्रोक होने से उनकी सेहत और भी बिगड़ गयी. इस बीच गुरूवार को अस्पताल ने ब्रेन डेथ की घोषणा कर दी. इसके बाद स्वास्थ्य भवन के चिकित्सकों व आला अधिकारियों के नेतृत्व में मरीज की चिकित्सीय जांच के बाद आधिकारिक तौर पर ब्रेन डेथ की पुष्टि की गयी. मृतका के परिजनों ने उसके अंग दान करने की इच्छा जतायी. स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ अदिति किशोर सरकार की देख रेख में अंग दान की प्रक्रिया संभव हुई.
मां के इच्छा के अनरुप हुआ अंग दान
दिप्तेश ने बताया कि उनकी मां की इच्छ थी कि मरणोपरांत उनकी सभी स्वस्थ्य अंग को दान कर दिया जाये. उनकी इस इच्छा के अनरुप ही परिवार ने कार्य किया. ब्रेन डेथ की आधिकारिक घोषणा के बाद परिवार ने कल्याणी के सभी स्वस्थ्य अंगों को दान करने का निर्णय लिया.
इन अंगों को किया गया दान
कल्याणी के दोनो किडनी, लीवर तथा नेत्र कॉर्निया दान कर दिया गया है. कॉर्निया को एक निजी अस्पताल को दी गयी है.
हार्ट भी डोनेट करना चाहता था परिवार
कल्याणी के परिजन हृदय भी दान करना चाह रहे थे. लेकिन प्रत्यारोपण के लिए मरीज नहीं मिलने के कारण यह संभव नहीं हो सका. अगर ऐसा होता तो राज्य में पहली बार हृदय का प्रत्यारोपण होता है.
किस मरीज को क्या मिला
कल्याणी दो मे से एक किडनी को आरएन टैगोर में भर्ती 42 वर्षीय एक मरीज को दी गयी है. मरीज बिहार के पटना का रहने वाला है. उस मरीज के परिजनों ने उसका नाम नहीं उजागर करने की इच्छा जतायी है. जबकि एक पीजी में भर्ती मधुमिता विश्वास (26) को एक किडनी मिला है. वहीं पीजी में ही भरती सच्चिदानंद मिश्रा (54) को लीवर दान किया गया है. श्री मिश्रा कोलकाता नेशनल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का स्टॉफ है. पीजी में दोनों की प्रत्यारोपण सर्जरी रात के करीब 7.20 बजे चालू हुई. जो देर रात तक चली.