एक मैथमेटिक्स का छात्र च्वायस के आधार पर जियोग्राफी भी पढ़ पायेगा. जादवपुर यूनिवर्सिटी बहुत जल्दी च्वायस्ड बेस्ड क्रेडिट सिस्टम शुरू करेगी, ताकि छात्रों को साइंस, कॉमर्स व आर्ट्स फैकल्टी में से कोई भी विषय चुनने की आजादी हो. इस बारे में जेयू के वाइस चांसलर सुरंजन दास ने कहा कि अगले साल इन तीनों फैकल्टी में यूनिवर्सिटी यह प्रणाली शुरू करेगी, ताकि छात्रों के पास अलग-अलग विषय चुनने का विकल्प रहेगा.
यह फैसला यूजीसी के निर्देश के बाद राज्य के सभी विश्वविद्यालय ले रहे हैं. इसमें कहा गया है कि सीबीसीएस प्रणाली के साथ यूजी व पीजी स्तर पर वर्ष 2018 से सेमेस्टर भी शुरू किये जायें. जादवपुर यूनिवर्सिटी में काफी लंबे समय तक सेमेस्टर प्रणाली रही है. यूनिवर्सिटी के पीजी विभाग में सीबीसीएस जैसा फॉरमेट भी है, जहां छात्र एक छोटा कोर्स भी चुन सकते हैं. यह कोर्स उनके मुख्य अध्ययन क्षेत्र व फैकल्टी से अलग होगा. हालांकि इसमें काफी सीमित विकल्प हैं, लेकिन पीजी स्तर पर छात्रों के लिए चुनने के लिए कई विषय होंगे. यह नयी प्रणाली आधुनिक शिक्षा की ओर नया कदम है.