कोलकाता: हर वर्ष बांग्ला नववर्ष के मौके पर अपने पार्टी कार्यालय में कार्यक्रम का आयोजन करने वाली पार्टी, फॉरवर्ड ब्लॉक के नेताओं की स्थिति उस समय अजीबोगरीब हो गयी जब राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य कार्यक्रम में शामिल होने तो पहुंचे लेकिन बिना इसमें शिरकत किये उन्हें लौट जाना पड़ा. और तो और वह ब्लॉक के आला नेताओं से भी नहीं मिल सके. इसकी वजह है फॉरवर्ड ब्लॉक कार्यालय में लिफ्ट की समस्या.
लिफ्ट के खराब होने की वजह से पहली मंजिल पर हो रहे कार्यक्रम में शिरकत वह नहीं कर पाये. स्वास्थ्य समस्या के कारण उन्हें सीढ़ियां चढ़ने में असुविधा होती है. उल्लेखनीय है कि इस कार्यक्रम का आयोजन वाम एकता को मजबूत करने के लिए किया जाता है. पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक घोष व देवव्रत विश्वास श्री भट्टाचार्य का इंतजार कर रहे थे.
श्री भट्टाचार्य पहुंचे तो जरूर लेकिन लिफ्ट खराब होने की वजह से वह नीचे ही खड़े रहे. यह जानकारी मिलने पर अशोक घोष ने घोषणा की कि श्री भट्टाचार्य पहुंच गये हैं और ऊपर चूंकि वह नहीं आ सकते इसलिए वह खुद नीचे जा रहे हैं. लेकिन उनके नीचे पहुंचने से पहले ही श्री भट्टाचार्य चले गये थे. इसपर देवव्रत विश्वास ने घोषणा की कि लिफ्ट खराब होने की वजह से वह श्री घोष की अनुमति लेकर चले गये हैं.
हालांकि श्री घोष खुद ही नीचे जाने वाले थे उससे पहले ही श्री भट्टाचार्य वहां से चले गये. इधर इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए माकपा सहित वाममोरचा के अन्य घटक दलों के नेता वहां पहुंचे. इनमें सूर्यकांत मिश्र, क्षिति गोस्वामी, रबीन देव, मंजू मजुमदार व भोला सोनकर अन्य शामिल हैं. यहां नेताओं ने बांग्ला नववर्ष की बधाई दी. नेताओं को पार्टी की ओर भेंट भी दिये गये.