कोलकाता. मिठाइयों से अगर जीएसटी को नहीं हटाया गया तो वृहत्त आंदोलन करेंगे. अपने तीन दिवसीय भूख हड़ताल के अखिरी दिन पश्चिम बंग मिष्ठान व्यवसायी समिति की ओर से यह बात कही गयी. मिष्ठान व्यवसाय समिति के अध्यक्ष रामजी चौरसिया ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा मिठाइयों पर लगा जीएसटी नहीं हटाया गया तो हम वृहत्त आंदोलन करेंगे.
वहीं बर्दवान मिष्टी हब के सचिव प्रमोद कुमार सिंह ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कच्चे सामानों जैसे दूध, छेना, पनीर, फल, सब्जी को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया है तो मिठाई पर जीएसटी क्यों? छेने से बननेवाली मिठाई 24 घंटे पश्चात खराब हो जाती है, इसलिए सरकार को इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द निकालना होगा.
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने मिठाई पर पांच प्रतिशत से 28 प्रतिशत जीएसटी लगाया है. मिष्ठान व्यवसायी समिति के सह सभापति शैलेन्द्र पाल ने कहा कि अगर सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई तो आंदोलन और भी उग्र होगा.
उल्लेखनीय है कि रानी रासमणि एवेन्यू में जारी भूख हड़ताल में राज्य के मंत्रियों का भी सहयोग देखने को मिला. हड़ताल के दूसरे दिन राज्य के मंत्री सुब्रत मुखर्जी व शोभमदेव चट्टोपाध्याय सहित तृणमूल सांसद सौगत राय मौके पर पहुंचे.