उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों के सामने पेश मुश्किलों से कानून व्यवस्था ‘खराब’ होने का भी खतरा है. श्री बनर्जी ने दावा किया कि बाढ़ राहत सामग्री को लूटे जाने के मामले पहले ही देखे जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि कूच बिहार, उत्तरी और दक्षिणी दिनाजपुर तथा मालदा जिलों में हजारों लोग ‘ ‘विनाशकारी ‘ ‘ आपदा की वजह से बेघर हो चुके हैं और उनकी परेशानियां हर रोज बढ़ रही हैं.
श्री बनर्जी ने दावा किया कि राहत की मांग कर रहे बाढ़ प्रभावित लोगों पर पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति घायल हो गया. उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि वह बाढ़ से निपटने के लिए राज्य सरकार को विशेष आथर्कि पैकेज जारी कर प्रभावित लोगों की मदद करें. उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ की 17 टीमें तैनात करने पर मोदी का धन्यवाद किया. ये टीम मुख्यत: उत्तरी और दक्षिणी दिनाजपुर तथा माल्दा जिलों में काम कर रही हैं. बनर्जी ने कहा कि यदि एनडीआरएफ की और टीमें बंगाल भेजी जाती हैं तो राहत कार्य और तेज किया जा सकता है. अधिकारियों के अनुसार बाढ़ की वजह से 21 जुलाई से अब तक 55 लोगों की मौत हुई है. कूच बिहार, दक्षिणी दिनाजपुर, उत्तर दिनाजपुर, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार तथा माल्दा में लगभग 55 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. बाढ से लगभग 75,202 मकान नष्ट हुए हैं और 2,15,762 मकानों को नुकसान पहुंचा है. पश्चिम बंगाल आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार बाढ़ प्रभावित छह जिलों में स्थिति में हालांकि सुधार हुआ है और पिछले तीन दिन से कोई भारी बारिश नहीं हुई है.