मालदा. मानिकचक के बाद अब इंगलिश बाजार ब्लॉक के भवानीपुर गांव के निवासियों ने सांप्रदायिक सद्भावना की मिसाल पेश की है. एक असहाय हिन्दू वृद्धा के शव को गांव के मुस्लिमों ने नियम एवं निष्ठा के साथ अंतिम संस्कार किया. मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अंतिम संस्कार के लिए दस हजार रुपये का चंदा जमा किया और वृद्धा के शव को कंधा देते हुए श्मसान ले गये.
सभी ने मिलकर शव का अंतिम संस्कार किया. शुक्रवार रात को इस घटना के बाद शनिवार सुबह जिलाधिकारी कौशिक भट्टाचार्य समेत प्रशासन के शीर्ष अधिकारी भवानीपुर गांव पहुंचे एवं मृतका के परिवार की आर्थिक सहायता की. बच्चों के सरकारी स्कूल में पढ़ाई की भी व्यवस्था की गई है. प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक मृतका का नाम बिमला रविदास 63 है. वह भवानीपुर गांव में एक झोपड़ी में अपनी तीन बेटियों के साथ रहती थी. उसके पति महादेव रविदास की मौत पंद्रह वर्ष पहले ही हो चुकी है.
निर्मला देवी ने काफी कष्ट से बड़ी बेटी रेखा रविदास की शादी करवाई, बाकी दो बेटी अर्चना व टूनी रविदास घर में ही रहती है. पैसों के अभाव में दोनों लड़कियों की पढ़ाई भी बंद हो चुकी है. स्थानीय सूत्रों के मुताबिक कभी बीड़ी बनाकर तो कभी नौकरानी का काम कर निर्मला परिवार चलाती थी. शुक्रवार शाम को अचानक बीमार पड़ने से उसकी मौत हो गई. घर में कोई पुरुष नहीं है. दोनों लड़कियां घबरा गई एवं मां के शव के पास बैठकर रोने लगी. बाद में बड़ी बेटी भी ससुराल से वहां पहुंची. स्थिति को देखकर गांव के मुस्लिम समुदाय के लोग आगे आये. पेशे से स्कूल शिक्षक मिरजा गोलाम मोस्तफा ने बताया कि यह परिवार बहुत ही गरीब है.
परिवार की मुखिया निर्मला ही थी. इनकी दो बेटियां घर पर है एक की शादी हुई है. ऐसे में इस परिवार की मदद करने गांव के मुस्लिम समुदाय के एनामुल मोमिन, शरीफ मोमिन, कालू मोमिन व मोहम्मद उस्मान आगे आये. सभी ने चंदा इकट्ठा किया एवं शव को कंधा देते हुए एवं हरि बोल का नारा लगाते हुए पगलीकाली श्मसान घाट पर ले गये एवं उसका अंतिम संस्कार किया गया. मुखाग्नि बड़ी बेटी का बेटा टिंकू ने दिया. शवदाह हिन्दु रीति रिवाज के साथ हुआ. साथ ही दोनों बहनों की आर्थिक मदद भी की गयी. इधर, इस बात की जानकारी मिलने पर शनिवार सुबह को जिलाधिकारी अन्य अधिकारियों को साथ लेकर निर्मला देवी के घर पहुंचे एवं परिवार के आर्थिक हालत का जायजा लिया. जिलाधिकारी ने इस परिवार को दो हजार रुपये की मदद की है. प्रशासन की ओर से हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया गया .