कोलकाता: पश्चिम मेदिनीपुर के सालबनी में अधिग्रहण किये गये जमीन में से अनुपयोगी जमीन को जिंदल समूह ने लौटाने की पेशकश की है. जिंदल समूह की ओर से पश्चिम बंगाल सरकार को जमीन लौटाने के संबंध में प्रस्ताव दिया गया है, लेकिन राज्य सरकार ने जिंदल समूह को सालबनी में और निवेश करने का आग्रह किया है. इसके साथ-साथ स्थानीय लोगों की भी यही मांग है कि जिंदल समूह सालबनी में अपने प्लांट का विस्तार करे. यह जानकारी बुधवार को जेएसडब्ल्यू सीमेंट के प्रबंध निदेशक पार्थ जिंदल ने महानगर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दी.
गौरतलब है कि सालबनी में जिंदल समूह द्वारा प्रीमियम पीएससी (पोर्टलैंड स्लैग सीमेंट) जेएसडब्ल्यू सीमेंट का उत्पादन शुरू हो गया है, जिसे बुधवार से बाजार में विक्रय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी. इस मौके पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए श्री जिंदल ने कहा कि जिंदल समूह ने सालबनी में स्टील प्लांट व सीमेंट उत्पादन यूनिट लगाने की योजना बनायी थी, लेकिन स्टील प्लांट के लिए लौह-अयस्क व कोयला लिंकेज नहीं मिलने के कारण इस योजना फिलहाल टाल दी गयी है.
लेकिन कंपनी ने यहां सीमेंट उत्पादन शुरू दिया है. कंपनी ने यहां पर कुल 4000 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया है. अभी कंपनी यहां एक वैश्विक कंपनी के साथ मिल कर सोलर प्लांट, स्टील कोटेड प्लांट व पेंट्स का कारखाना लगाना चाहती है, लेकिन इन सभी परियोजनाओं के लिए कंपनी को अधिकतम 1500 एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी और कुल मिला कर लगभग 2500 करोड़ रुपये का निवेश का प्रस्ताव है. इसलिए कंपनी ने 2500 एकड़ जमीन को वापस करने का फैसला लिया था. लेकिन राज्य सरकार ने कंपनी को यहां और निवेश करने का आग्रह किया है, इसलिए यहां एक औद्योगिक पार्क की स्थापना पर विचार किया जा रहा है, हालांकि अभी तक इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं हुआ है.
सीमेंट प्लांट के संबंध में जेएसडब्ल्यू सीमेंट के प्रबंध निदेशक पार्थ जिंदल ने कहा कि वर्तमान समय में सालबनी प्लांट की उत्पादन क्षमता 2.4 मिलियन मिट्रिक टन प्रति वर्ष है, जिसे 4.8 मिलियन मिट्रिक टन करने का लक्ष्य है. इस प्लांट के माध्यम से कंपनी पूर्वी भारत में अपने कारोबार का विस्तार करना चाहती है. अभी बंगाल में कंपनी द्वारा 700 डीलरों की नियुक्ति की गयी है, दो महीने बाद बिहार, झारखंड व ओड़िशा में भी डीलर नियुक्त किये जायेंगे.