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राज्य के असंगठित श्रमिकों को 880 करोड़ का मिला अनुदान
श्रम मंत्री मलय, मेयर जितेंद्र, अड्डा चेयरमैन तापस ने गिनायी उपलब्धियां आसनसोल : राज्य सरकार के श्रम विभाग ने रविवार को बीएनआर स्थित रवीन्द्र भवन में दो दिवसीय श्रमिक मेले का आयोजन किया. इसका उद्घाटन श्रम सह विधि व न्याय मंत्री मलय घटक, मेयर जितेन्द्र तिवारी, अड्डा चेयरमैन तापस बनर्जी तथा संयुक्त श्रमायुक्त तीर्थकं र […]
श्रम मंत्री मलय, मेयर जितेंद्र, अड्डा चेयरमैन तापस ने गिनायी उपलब्धियां
आसनसोल : राज्य सरकार के श्रम विभाग ने रविवार को बीएनआर स्थित रवीन्द्र भवन में दो दिवसीय श्रमिक मेले का आयोजन किया. इसका उद्घाटन श्रम सह विधि व न्याय मंत्री मलय घटक, मेयर जितेन्द्र तिवारी, अड्डा चेयरमैन तापस बनर्जी तथा संयुक्त श्रमायुक्त तीर्थकं र सेन गुप्ता ने किया.
मौके पर उपमेयर तब्बसुम आरा, एमएमएमआइसी (क्रीड़ा व संस्कृति) अभिजीत घटक, एमएमआइसी (सेनेटरी) लखन ठाकुर, एमएमआइसी( रोजगार व आदिवासी उन्नयन) श्याम सोरेन, बोरो चेयरमैन अनिमेश दास, पार्षद देवाशीष बनर्जी, पार्षद श्रवणी मंडल, पार्षद उमा सर्राफ, पार्षद स्वपन बनर्जी, पार्षद ओमियो दा, जसविंदर सिंह आदि उपस्थित थे. मंत्री श्री घटक ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विकास को प्राथमिकता सूची में शामिल किया है.
इनके केंद्र में संबंधित जनता के कल्याण की भावना निहित है. इन योजनाओं की जानकारी मेलों के माध्यम से आम जनता के पास पहुंचायी जाती है. इसी क्रम में कृ षि मेला, युवा मेला, श्रमिक मेला लगाये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 में सरकार गठन के समय असंगठित श्रमिको की संख्या 23 लाख थी. वर्ष 2016 में संख्या बढ़ कर 90 लाख हो गयी है. माकपा ने 11 वर्ष में नौ लाख का अनुदान दिया था. पांच वर्षो में तृणमूल सरकार ने 880 करोड रुपये की अनुदान राशि दी है. उन्होंने कहा कि राज्य की जनसंख्या 9.5 करोड़ में से 2.5 करोड़ श्रम से जुडा है. प्रति तीन परिवार में से एक परिवार श्रम विभाग की योजना से लाभान्वित हो रहा है. दुर्घटना बीमा के रूप में 1.5 लाख तथा सामान्य मृत्यु पर 50 हजार की अनुदान राशि दी जाती है.
आसनसेाल के श्रमिक मेले में 90 लाख, बांकुडा में सात लाख, बोलपुर में एक करोड़ का अनुदान दिया गया है. मेयर श्री तिवारी ने कहा कि शहर में नगर निगम के स्तर से पुस्तक मेला 13 जनवरी से लग रहा है. सांसद मेले के कारण इस मेले को नुकसान उठाना पडेगा. बार-बार समझाने के बाद भी सांसद ने इसी तिथि पर आयोजन रखा है. पुस्तक मेला सांस्कृतिक भावनाओ का योग है. जनता को सांसद मेले का विरोध करना चाहिए.
मंच से आंनदी यादव को 1.5 लाख, अफरोजा खातून को 50 हजार, विवेकानंद चटर्जी को 30 हजार, वैद्यनाथ कुंडू को 1.5 लाख, मुहम्मद फिरोज को 25 हजार, सीमा विश्वकर्मा को 50 हजार, नूरआलम को 25 हजार, निलम बाउरी को 50 हजार, राजकुमार वर्मा को 25 हजार, बबलू धीवर को 50 हजार, छोटूलाल महतो को 50 हजार, गोविंद हाजरा को 25 हजार, मथुराधन मंडल को 30 हजार, अजय बाउरी को 50 हजार, सुरेन्द्र सिंह को 30 हजार, रवि हेम्ब्रम को 50 हजार रूपये का अनुदान दिया गया. मेले में आइएसपी के अग्नि शमन दस्ता, इसीएल, श्रम विभाग, एचएलजी मेमोरियल अस्पताल आदि ने स्टॉल लगाये है.
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