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घर में तोड़फोड़, टूटा गृहस्वामी का पैर
प्राथमिकी दर्ज होने पर पुलिस ने पकड़ा चार आरोपियों को, छोड़ा टीएमसी की सिफारिश पर बढ़ते जन दबाव के बाद फिर लिया हिरासत में, फिर पड़ा राजनीतिक दबाव तो छोड़ दिया कांग्रेस पार्षद अभिजीत के नेतृत्व में निवासियों ने किया डिसरगढ़ सुभाष पुल पर सड़क जाम सांकतोड़िया. गाय के बछड़े पर मालिकाना के दावे को […]
प्राथमिकी दर्ज होने पर पुलिस ने पकड़ा चार आरोपियों को, छोड़ा टीएमसी की सिफारिश पर
बढ़ते जन दबाव के बाद फिर लिया हिरासत में, फिर पड़ा राजनीतिक दबाव तो छोड़ दिया
कांग्रेस पार्षद अभिजीत के नेतृत्व में निवासियों ने किया डिसरगढ़ सुभाष पुल पर सड़क जाम
सांकतोड़िया. गाय के बछड़े पर मालिकाना के दावे को लेकर सांकतोड़िया पांच नंबर और पानक्यारी के दो गुटों के बीच हुए विवाद ने राजनीतिक रंग ले लिया. शुक्रवार की सुबह युवा कांग्रेस कर्मियों ने डिसरगढ़ स्थित सुभाष सेतू पर सड़क जाम किया. सहायक पुलिस आयुक्त (वेस्ट) और कुल्टी थाना प्रभारी ने आश्वासन दिया कि इस मामले में दोषियों को सजा मिलेगी. इसके बाद आंदोलन समाप्त हुआ.
पुलिस के अनुसार गुरुवार को एक बछड़े पर मालिकाना दावे को लेकर पानक्यारी के कुछ लोग सांकतोड़िया पांच नंबर निवासी मुन्ना कोयरी के घर पहुंचे. उन्होंने कहा कि यह बछड़ा उनलोगों का है.
इस पर मुन्ना ने कहा कि बछड़ा खोल देने के बाद जहां जायेगा, उसी का मालिकाना होगा. बछड़ा खुलने के बाद मुन्ना के पास चला गया. इसके बाद भी दोनों पक्ष में विवाद जारी रहा. कुछ देर बाद मामला गरमा गया. पानक्यारी से आये कुछ लोगों ने मुन्ना के घर में तोड़फोड़ की. विरोध करन ेपर मुन्ना की जमकर पिटाई की गयी. मुन्ना का पैर टूट गया. मामले में मुन्ना ने सांकतोड़िया फांड़ी में शिकायत दर्ज करायी.
105 नंबर वार्ड के पार्षद अभिजीत आचार्य ने बताया कि मामला दर्ज होने पर पुलिस ने पानक्यारी से आरोपी चार युवकों को पकड़ा. परंतु टीएमसी नेताओं की मध्यस्थता के बाद उन चारों युवकों को छोड़ दिया गया. पुलिस पर स्थानीय निवासियों के दबाब डालने पर पुलिस ने फिर उन्हें पकड़ लिया.
तृकां नेताओं ने उन्हें फिर छुड़ा लिया. इस तरह के खेल देख उनके नेतृत्व में रात को ही रोड जाम कर दिया. इस पर पुलिस अधिकारियों ने रात को आरोपियों को पुन: पकड़ने का आश्वासन दिया. परंतु पुलिस आरोपियों के घर न जाकर कांग्रेस समर्थकों के घर-घर जाकर उन्हें धमक ाने लगी. इसकी सूचना मिलने के बाद वे अपने समर्थकों के साथ फांड़ी कार्यालय आये और फांड़ी लॉकअप खुला पाकर उसमें घुस गये और गिरफ्तारी करने को कहने लगे. इस घटनाक्रम की सूचना मिलने के बाद कुल्टी के थानेदार फांड़ी पहुंचे. उन्होंने श्री आचार्या को लॉकअप से बाहर आने का आग्रह किया. उन्होंने आश्वासन दिया कि रात में आरोपियों को गिरफ्तार किया जायेगा. इसके बाद श्री आचार्या समर्थकों संग घर लौट गये.
शुक्रवार को निर्धारित समय तक आरोपियों को नहीं पकड़े जाने के विरोध में श्री आचार्या ने सुबह डिसरगढ़ घाट स्थित सुभाष सेतू पर सड़क जाम कर दिया. उन्होंने कहा कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी, सड़क जाम जारी रहेगा. मौके पर सहायक पुलिस आयुक्त (वेस्ट) और कुल्टी थाना प्रभारी पहुंंचे. उन्होंने कहा कि वे अपने स्तर से छापेमारी की मॉनीटरिंग करेंगे तथा दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जायेगा. इस आश्वासन के बाद आंदोलन समाप्त हुआ.
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