Advertisement
तृणमूल पार्षद रॉकेट नहीं दिला सके अपने वार्ड में मलय को बढ़त
खुद जीते थे 1680 मतों से, भाजपा ने बनायी लीड 1112 की कांग्रेस वाममोरचा गंठबंधन सफल रहा बचाने में अपने संयुक्त मत तृणमूल मतों के भाजपा में शिफ्ट होने के कारणों पर चल रहा मंथन आसनसोल. विधानसभा चुनाव में आसनसोल नॉर्थ विधानसभा क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी रहे श्रम मंत्री मलय घटक को उनके […]
खुद जीते थे 1680 मतों से, भाजपा ने बनायी लीड 1112 की
कांग्रेस वाममोरचा गंठबंधन सफल रहा बचाने में अपने संयुक्त मत
तृणमूल मतों के भाजपा में शिफ्ट होने के कारणों पर चल रहा मंथन
आसनसोल. विधानसभा चुनाव में आसनसोल नॉर्थ विधानसभा क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी रहे श्रम मंत्री मलय घटक को उनके करीबी मानेजाने वाले वार्ड संख्या 48 के पार्षद सह किचेन केबिनेट सदस्य गुरुदास चटर्जी उर्फ रॉकेट भी अपने वार्ड में बढ़त नहीं दिला सके.
इसी वर्ष संपन्न हुए नगर निगम चुनाव में श्री चटर्जी ने 1680 मतों के अंतर से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी नीलू हाजरा को 1680 मतों के अंतर से पराजित किया था. लेकिन विधानसभा चुनाव में तृणमूल को भाजपा की तुलना में 1112 मत कम मिले. जबकि इस वार्ड में नगर निगम चुनाव की तुलना में 428 मत अधिक पड़े थे. इन चुनावी आंकड़ों का मंथन हर स्तर पर हो रहा है.
वार्ड संख्या 48 अंतर्गत बुधा, सुकांतपल्ली, सारदापल्ली, इस्माइल मोड़ तथा हॉटन रोड के कुछ इलाके शामिल हैं. वर्ष 2009 में हुए आसनसोल नगर निगम चुनाव में उन्होंने तत्कालीन वार्ड संख्या छह से चुनावी जीत दर्ज की थी. इनकी पत्नी वृंदा चटर्जी ने समीपवर्ती तत्कालीन वार्ड संख्या सात से चुनाव जीत दर्ज की थी. वर्ष 2011 में विधानसभा चुनाव के बाद वे मंत्री बने मलय घटक के किचेन कैबिनेट के सदस्य माने जाने लगे. इस समय भी उनकी स्थिति यही है. वर्ष 2016 में हुए नगर निगम चुनाव में उनकी पत्नी को टिकट नहीं मिला. लेकिन वार्ड पुनर्गठन के बाद उन्हें वार्ड संख्या 48 से प्रत्याशी बनाया गया. अपने वार्ड में उनकी मजबूत पक ड़मानी जाती रही है.
नगर निगम चुनाव में इस वार्ड में कुल चार प्रत्याशी खड़े थे. कुल 5496 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था. इनमें से तृणमूल प्रत्याशी गुरुदास चटर्जी उर्फ रॉकेट को 3194 मत, भाजपा प्रत्याशी नीलू हाजरा को 1514 मत, माकपा प्रत्याशी को 673 मत तथा कांग्रेस प्रत्याशी अलमान चौधरी को 115 मत मिले थे. विधानसभा चुनाव में इस वार्ड में तृणमूल, भाजपा व कांग्रेस वाममोर्चा गंठबंधन के प्रत्याशी मुख्य दौड़ में थे. लेकिन मतगणना के बाद बनी स्थिति में कांग्रेस व माकपा गंठबंधन ने अपना मत कमोवेश बरकरार रखा. लेकिन तृणमूल के करीब 14 सौ मत भाजपा की ओर शिफ्ट हो गये.
इस वार्ड से बूथ संख्या 161 में तृणमूल को 190, बीजेपी को 392, कांग्रेस गंठबंधन को 139, बूथ संख्या 162 से तृणमूल को 173, बीजेपी को 197, कांग्रेस गंठबंधन को 115, बूथ संख्या 163 में तृणमूल को 226, बीजेपी को 367, कांग्रेस गंठबंधन को 154, बूथ संख्या 164 में तृणमूल को 210, बीजेपी को 288, कांग्रेस गंठबंधन को 157, बूथ संख्या 165 में तृणमूल को 194, बीजेपी को 276, कांग्रेस गंठबंधन को 87, बूथ संख्या 166 में तृणमूल को 164, बीजेपी को 216, कांग्रेस गंठबंधन को 130, बूथ संख्या 167 में तृणमूल को 163, बीजेपी को 234, कांग्रेस गंठबंधन को 13, बूथ संख्या 168 में तृणमूल को 131, बीजेपी को 493, कांग्रेस गंठबंधन को 44 तथा बूथ संख्या 169 में तृणमूल को 420, बीजेपी को 520 व कांग्रेस गंठबंधन को 57 मत मिले थे.
इस प्रकार इस वार्ड के सभी नौ बूथों में बीजेपी ने तृणमूल पर लीड ली थी. सभी बूथों पर तृणमूल दूसरे व कांग्रेस गंठबंधन तीसरे स्थान पर रहा. इसका परिणाम यह निकला कि वार्ड में तृणमूल को कुल 1871 मत बीजेपी को 2983 मत तथा कांग्रेस गंठबंधन को 896 मत मिले. बीजेपी ने तृणमूल पर 1112 मतों की बढ़त हासिल की.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement